इटारसी। पुलिस लाइन के निर्माण स्थल पर परिवर्तन संस्था द्वारा चलाए जा रहे कल्पतरु अभियान का दूसरा चरण प्रारंभ हो चुका है। दूसरे चरण में तीन पेड़ों को उनके मूल स्थान से हटाकर दूसरी जगह स्थापित करना है। संस्था ने पहले चरण में एक पीपल और एक नीम का पेड़ शिफ्ट किया है। दूसरे चरण में एक पीपल, एक नीम और एक अन्य पेड़ को शिफ्ट करने का काम प्रारंभ हो गया है। फिलहाल पीपल के पेड़ का शिफ्टिंग से पहले का उपचार किया जा रहा है।
एमजीएम कालेज के पास निर्माणाधीन पुलिस लाइन में खड़े वर्षों पुराने पेड़ों को एक स्थान से हटाकर दूसरे स्थान पर लगाने का काम परिवर्तन संस्था कर रही है। पहले चरण में दो पेड़ रीप्लांट करने के बाद अब संस्था के सदस्य दूसरे चरण में तीन और पेड़ री-प्लांट करने की तैयारी कर रही है। दूसरे चरण में भी एक पीपल का पेड़ शिफ्ट करके री-प्लांट करने की तैयारी चल रही है और संस्था के सदस्यों ने पेड़ के इर्दगिर्द एक बड़ा सा घेरानुमा गड्ढा खोदकर पीपल की जड़ों का उपचार प्रारंभ कर दिया है। दरअसल, पीपल या किसी भी पेड़ को शिफ्ट करने से पहले उसके मूल स्थान पर ही जड़ों का उपचार किया जाता है ताकि उसकी जड़ें पोषक तत्वों को प्राप्त करती रहें। संस्था के अखिल दुबे ने बताया कि दूसरे चरण में तीन पेड़ शिफ्ट करने की योजना है।
इनका कहना है…!
परिवर्तन संस्था पेड़ों को शिफ्ट करने के अभियान आपरेशन कल्पतरु के माध्यम से कुल सोलह बड़े पेड़ों को एक स्थान से पुलिस कालोनी निर्माण स्थल पर ही प्रस्तावित पार्क में री-प्लांट करेगी। संस्था ने अभी औषधीय पेड़ों को री-प्लांट करने को प्राथमिकता दी है। अब तक दो पेड़ री-प्लांट किए, दूसरे चरण में तीन पेड़ के बाद तीसरे चरण में कुछ फलदायी पेड़ों को शिफ्ट करके री-प्लांट किया जाएगा।
अखिल दुबे, वरिष्ठ सदस्य