खरीदी प्रारंभ : बासमती की खुशबू से महकने लगा मंडी परिसर

इटारसी। पांच दिन की छुट्टी के बाद आज से कृषि उपज मंडी परिसर फिर से आबाद हो गया है। यहां बासमति की खुशबू महसूस की जाने लगी है। बड़ी संख्या में आज पहले दिन ही किसान हजारों क्विंटल धान लेकर आए हैं। पहले दिन ही करीब 20 हजार क्विंटल धान और पांच हजार क्विंटल अन्य अनाज मंडी परिसर में आया है। बासमति धान की खुशबू से मंडी परिसर महक रहा है।
इस बार धान का बंपर उत्पादन होने के बाद अब यह उपज मंडी में बिकने भी पहुंच चुकी है। मंडी में धान की लगातार आवक होने से यहां प्रबंधन को व्यवस्था बनाने में भी मशक्कत करनी पड़ रही है। सैंकड़ों गांवों के किसान अपनी उपज लेकर मंडी परिसर में पहुंच रहे हैं।

बासमती सहित अन्य धान की आवक तेज
बासमती धान धान की खुश्बू से सारा मंडी परिसर महक रहा है। मंडी में अन्य वैरायटी की धान और दूसरे अनाजों की भी आवक अच्छी हो रही है तो वहीं मक्के की आवक भी बेहतर है। उल्लेखनीय है कि नगर की कृषि उपज मंडी में केसला, होशंगाबाद और सिवनी मालवा ब्लाक के अलावा जिले के बाहर से भी सैंकड़ों किसान अपनी उपज लेकर आते हैं। ब्लॉक के ग्रामों के किसानों के साथ-साथ रायसेन, हरदा, खरगोन, खंडवा जिले तक के किसान भी अपनी उपज बेचने आ जाते हैं। बड़ी संख्या में किसानों के आ जाने से प्रबंधन को व्यवस्था जुटाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि मंडी प्रबंधन का कहना है कि कोई परेशानी नहीं होती है।

अन्य उपज पांच हजार क्विंटल
कृषि उपज मंडी परिसर में धान, सोयाबीन, मक्का, तुअर और चने की भी आवक हो रही है। धान के अलावा आज यहां अन्य अनाज की आवक करीब पांच हजार क्विंटल हुई है। मंडी प्रबंधन का दावा है कि इटारसी मंडी में बेहतर व्यवस्थाएं मिलने से बड़ी संख्या में किसान इटारसी में अपना अनाज बेचने आते हैं। मंडी सचिव बताते हैं कि इटारसी मंडी में क्या-क्या व्यवस्थाएं हैं और यहां धान की खरीदी कौन-कौन सी कंपनियां कर रही हैं, वे यह भी बताते हैं कि सरकारी धान की खरीदी कहां होगी और कौन खरीदी करेगा। सचिव सुनील गौर बताते हैं कि सरकारी धान की खरीदी 1 दिसंबर से सेवा सहकारी समिति सोनतलाई करेगी। सरकारी धान की खरीद उपमंडी रैसलपुर में की जाएगी। आज मंडी परिसर में पहले ही दिन करीब बीस हजार क्विंटल धान की आवक दर्ज की गई है।

ये कंपनियां कर रहीं खरीदी
कृषि उपज मंडी परिसर में धान की खरीदी करने बंसल, प्रगति फूड्स, सांवरिया एग्रो, सांवरिया कीरतपुर, बालाजी इंटरप्राईजेस, राघव इंडस्ट्रीज, जय गिरिराज सहित करीब आधा दर्जन कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद हैं। इटारसी मंडी में खरीद के दौरान तौल व्यवस्था स्वैच्छिक है, यानी किसान बड़े कांटे या छोटे कांटे से तुलवा सकता है।

इनका कहना है…!
हमारे यहां किसानों की सुविधा के लिए काफी कुछ साधन उपलब्ध हैं, अच्छी व्यवस्थाएं मिलने से बड़ी संख्या में किसान इटारसी मंडी में अनाज लेकर यहां आते हैं। इस बार भी धान की अच्छी आवक हो रही है। सरकारी खरीद 1 दिसंबर से रैसलपुर उपमंडी में प्रारंभ हो जाएगी।
सुनील गौर, मंडी सचिव

Sai Krishna1

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