इटारसी। सफल आदमी बनने की बजाय एक महत्वपूर्ण आदमी बनने की सोचिए। जीवन न तो भविष्य में है और ना ही अतीत में। जीवन तो एक पल में हैं, इस पल का अनुभव ही जीवन है। यह बात यहां वृंदावन गार्डन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ समारोह में कथा वाचक पं. नरेन्द्र नागर ने कही।
आज आयोजन स्थल पर श्री कृष्ण जन्म उत्सव भी मनाया गया। इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का लाभ लिया। श्रीकृष्ण जन्म लीला की कथा का भक्तों ने श्रवण किया, गीत-संगीत और नृत्य के बीच सभी ने जमकर खिलौने, टॉफी, मिठाई लूटी और जमकर आनंद उठाया। पं. नागर ने मंत्र, अर्थ, जन्म का महत्व बताते हुए कहा कि जीवन बहुत छोटा है, उसे अच्छे से जिएं। प्रेम दुर्लभ है, उसे पकड़ कर रखें। क्रोध बहुत खराब है, उसे दबा कर रखें। स्मृतियां बहुत सुखद हैं, उन्हें संजोकर रखें।
अपने माता-पिता के आशीर्वाद अपने गुरुजनों का आशीर्वाद के कारण हर मां की इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए भागवत में श्री कृष्ण जन्म मनाया जाता है। हमें वृक्ष, जल, पृथ्वी के तत्व को धरोहर मानकर उसकी रक्षा करना चाहिए। सज्जनों की संगति सौभाग्य से प्राप्त होती है। आजकल हमने अच्छी बातें करना बंद कर दी हैं, सुनना समझना भी बंद कर दिया है, तब से अब तक हम परेशान रहते हैं। उन्होंने कहा कि इटारसी की धर्मप्रेमी जनता को देखकर मन अति प्रसन्न हुआ। ऐसे ही धर्म मार्ग चलता रहा, तो इटारसी में आने वाला समय बहुत अच्छा होगा।
जीवन छोटा है, अच्छे से जीयें : पं. नागर
For Feedback - info[@]narmadanchal.com
Advertisement
