इटारसी। बीते 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा दिया। बैतूल, पचमढ़ी और पहाड़ों पर हुई बारिश से तवा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ा है तो नेशनल हाईवे 69 पर स्थित धार नाले में उफान से करीब पांच घंटे नागपुर-भोपाल मार्ग बंद रहा और दोनों तरफ सैंकड़ों वाहन रुके रहे। सुबह करीब 11 बजे धार नाला उफान पर आया और नेशनल हाईवे को क्रास करके तेज बहाव के साथ पानी बहने लगा। इस दौरान किसी वाहन चालक ने वाहन निकालने की हिम्मत नहीं की। शाम करीब 4 बजे जब नाले पर से पानी काफी कम हुआ तो वाहन निकालना शुरु किया गया। बीते 24 घंटे में इटारसी में 88.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इटारसी में अब तक 380.8 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है जो पिछले वर्ष के मुकाबले काफी अधिक है। पिछले वर्ष आज की तारीख तक केवल 232 मिलीमीटर वर्षा हुई थी।
शहर के निचले हिस्से जलमग्न
शहर के कई हिस्से में पानी भर गया। हालात यह थे कि लोगों के घरों में एक से डेढ़ फुट तक पानी था। पुरानी इटारसी, अवाम नगर, सोनासांवरी नाका क्षेत्र, नाला मोहल्ला, पुलिस लाइन, सहित रेलवे कालोनी नयायार्ड के पास कॉलोनियां जलमग्न हो गई। ठंडी पुलिया में काफी ऊपर से पानी बह रहा था। सड़कों पर 2-3 फीट तक पानी जमा हो गया। ईरानी डेरे के करीब 35 परिवार रातभर से हो रही बारिश के बाद परेशान रहे। इस दौरान पानी की मोटर लगाकर पानी उलीचते रहे। उनके घरों में एक से डेढ़ फुट तक पानी भरा रहा। ईरानी डेरे की मस्जिद में भी काफी पानी रहा और वे सोमवार को मस्जिद में मगरिब की नमाज अता नहीं कर पाए। ईरानी डेरे के युवक सोहेल और अन्य का कहना है कि हमारी कोई सुनने वाला भी नहीं है। डेरे से निकासी पूरी तरह से बंद हो गयी जिससे लबालब पानी भरा रहता है। उन्होंने कहा कि इस बार हमारी सुनवाई नहीं हुई तो हम चुनावों का बहिष्कार कर सकते हैं। बारिश से सब्जू ईरानी, खिजमत अली, अब्बास अली, रायत अली के मकान में एक से डेढ़ फुट पानी भरा था। यहां करीब 22 मकानों में 35 परिवार रह रहे हैं और सभी पानी से परेशान रहे। सुबह सीएमओ अक्षत बुंदेला ने स्वच्छता निरीक्षक आरके तिवारी के साथ शहर के कुछ जलमग्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया और पानी निकासी की व्यवस्था करायी। सीएमओ पुरानी इटारसी के कुछ क्षेत्र में गए, इसके बाद नवमी लाइन, ईरानी डेरा क्षेत्र, सिंधी कालोनी की गलियों को देखने गए। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर अतिक्रमण की समस्या है, जिसके कारण जल निकासी नहीं हो पा रही थी। ऐसे स्थान चिह्नित किए हैं, जिनके जल्द तोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिनके अतिक्रमण के कारण निकासी नहीं हो पा रही है, वे अपने अतिक्रमण तोड़ लें नहीं तो नपा जेसीबी से तोड़े देगी।
कहां, क्या रहे हालात
तेज बारिश से पहाड़ी नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ा है। नदियों का जलस्तर बढऩे से बैतूल भोपाल मार्ग करीब 5 घंटे बंद रहा। शाहपुर तहसील में लगातार हो रही तेज बारिश से क्षेत्र की सभी नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। नेशनल हाईवे 69 पर पडऩे वाली सूखी नदी व भौंरा नदी और धार नाला के पुल के ऊपर से बह रही था, इस कारण नदी के दोनों तरफ 2-2 किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लगी रही। तवानगर में तवा बांध का जलस्तर आज शाम 6 बजे तक 1126.60 फुट रहा जबकि सोमवार की शाम 6 बजे यह 1120.30 था। चौबीस घंटे में इसमें करीब छह फुट की वृद्धि हुई है। आज तवा के जलभराव क्षेत्र में दोपहर 3 बजे तक 44.8 एमएम, पचमढ़ी में 11.2 और बैतूल में 7.4 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई। तवा में जल का इनफ्लो 1 लाख 52 हजार 460 क्यूसेक था। इधर शहर में भी नाला मोहल्ला स्थित तीन पुलिया में से होकर पानी निकल रहा था तो तीन पुलिया होकर बारह बंगला जाने वाला मार्ग कई घंटे बंद रहा।