बेहतरीन कार्य वाले विभागों की सराहना

Post by: Manju Thakur

होशंगाबाद। नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर उमाकांत उमराव ने आज जनजाति कार्य विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, नगरपालिका, जिला अंतव्यवसायी विभाग, खादी एवं ग्राम उद्योग विभाग की मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना की विभागवार संभागीय समीक्षा की।
कमिश्नर ने सभी विभाग द्वारा इन योजनाओं में बेहतर प्रदर्शन करने पर सभी विभागों को भरपूर सराहना की और कहा कि शीघ्र ही वे इन विभागों के अधिकारियों को प्रशंसा पत्र देंगे। कमिश्नर ने सभी अधिकारियों से कहा कि कार्य का एवं योजना की यह गति आगे भी ऐसी ही चलती रहे। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे नर्मदापुरम् संभाग को प्रदेश में टॉप 5 में लाने का प्रयास करें। कमिश्नर ने कहा कि यह लक्ष्य मुश्किल नहीं है और थोडी मेहनत से नर्मदापुरम् संभाग प्रदेश में प्रथम 5 में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी स्वरोजगार योजनाएं मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाली योजनाएं हैं और इन योजनाओं में सभी विभाग द्वारा शतप्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया जाए। कमिश्नर ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे 15 मार्च तक इन योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल करें।
कमिश्नर ने हथकरघा एवं माटी कला बोर्ड के द्वारा बनाए जा रही मिट्टी की कलाकृतियों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि माटी कला बोर्ड एवं हस्त शिल्प निगम इटारसी एवं पिपरिया रेलवे स्टेशन पर शोकेस पर अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन करें। इटारसी रेलवे स्टेशन जंक्शन होने की वजह से पूरे भारत से जुड़ा हुआ है। वही पिपरिया होते हुए पर्यटक पचमढ़ी जाते हैं इससे इन कलाकृतियों की प्रसिद्धि चारों ओर जाएगी एवं इन मिट्टी की कलाकृतियों के लिए एक मार्केट भी मिलेगा तथा कलाकारों को इससे काम भी मिलेगा। कमिश्नर ने कहा कि सेठानी घाट एवं स्टेशनों पर जो भी कलाकृति रखे वे यूनिक होनी चाहिए। नगरपालिका अधिकारी होशंगाबाद ने बताया कि रविवार के दिन शहर में बाजार लगता है यदि माटी कला बोर्ड चाहे तो उनकी कलाकृतियों के लिए बाजार में स्थान आरक्षित किया जा सकेगा।
मिट्टी की कलाकृतियों का अवलोकन – कमिश्नर ने बैठक में माटीकला बोर्ड के कलाकारों द्वारा मिट्टी की बनाई कलाकृतियों का अवलोकन किया। कमिश्नर ने मोतियों की माला, मिट्टी के बरतन, लैम्प, सजावटी वस्तुओं, पानी की बोतल, सुराही, मास्क, दीया, चिमनी, कटोरी का अवलोकन किया। माटीकला के कलाकार श्री हेमंत प्रजापति ने बताया कि उनके द्वारा मिट्टी की यह नायाब वस्तुएं बनाई जा रही हैं। साथ ही वे अन्य जिलों में भी जाकर इसका प्रशिक्षण होते हैं। इस अवसर पर सहायक ग्राम उद्योग विस्तार अधिकारी एवं माटीकला विभाग अरुण कुमार पाराशर भी मौजूद थे। बैठक में संयुक्त उपायुक्त राजेन्द्र सिंह एवं सभी संबंधित विभाग के विभाग प्रमुख मौजूद थे।

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