इटारसी।
भोपाल-इटारसी रेलखंड पर बरखेड़ा और चौका स्टेशन के बीच आज शाम रेलवे ट्रैक पर करीब दो दर्जन मवेशी ट्रेन की चपेट में आने से कट गए। इन मवेशियों को ट्रैक से हटाने और लाइन क्लीयर करने में डेढ़ घंटे से अधिक समय लग गया। मवेशियों को निकालने के लिए बरखेड़ा से कसाई बुलाने पड़े। घटना चूंकि चौका स्टेशन से भी डेढ़ किलोमीटर पहले हुई, इसलिए सूचना आने में देर हो गई। किसी तरह से चौका स्टेशन का स्टाफ, मालगाड़ी के चालक ने अपने प्रयासों से ट्रैक क्लीयर कराया। शाम को घटना की सूचना पर रेलवे का हूटर बजा, यहां से ब्रेक डाउन स्टाफ को रवाना करने की तैयारी भी हो गई, लेकिन बाद में उनको रोक दिया। घटना के कारण रेल यातायात करीब एक घंटे प्रभावित रहा। लेकिन इससे ट्रेनें डेढ़ से दो घंटे लेट हो गईं। आलम यह था कि समता और मंगला एक्सप्रेस एकदूसरे के पीछे यहां आउटर पर काफी देर खड़ी रही। इस दौरान इटारसी से भोपाल और भोपाल से इटारसी आने-जाने वाली ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों और आउटर्स पर रोकना पड़ा। रेल यातायात प्रभावित होने से यात्री परेशान रहे। समता रात करीब सवा 11 बजे और मंगला रात 11:30 बजे स्टेशन पहुंची।
घटना के कारण भोपाल से इटारसी आने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति, मंगला और समता एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस देरी से पहुंची। इन ट्रेनों को भोपाल और इटारसी के बीच विभिन्न स्टेशनों पर रोककर रखा था। आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट हो गईं।
यात्री करते रहे पूछताछ
सूत्रों के अनुसार घटना के वक्त सभी गायें जंगल से चरने के बाद लौट रही थीं और अचानक ट्रेक पर आ जाने से मालगाड़ी की चपेट में आ गयीं। मालगाड़ी की टक्कर से लगभग दो दर्जन से ज्यादा गायों की कटकर मौत हो गयी। इधर उस घटना के बाद आने वाली ट्रेनें देरी से आयीं और इस दौरान इन ट्रेनों से आगे की यात्रा करने वाले मुसाफिरखाने में डिस्प्ले बोर्ड पर अपनी ट्रेनों की स्थिति जांचते रहे और कुछ यात्री पूछताछ खिड़की पर ट्रेनों की जानकारी लेते रहे।
इनका कहना है…
यहां से तो ट्रेनें वक्त पर रवाना हुई हैं। जो कुछ हुआ वहीं घटना स्थल और उससे पहले हुआ है। यहां उस घटना से कोई अधिक प्रभाव नहीं पड़ा।
एसके जैन, स्टेशन अधीक्षक
सच्ची घटना थी, 25 मवेशी कटे थे, लेकिन अब ट्रैक क्लीयर हो गया है।
एसपी सिंह, थाना प्रभारी आरपीएफ