विवाह संबंधों को मधुरता प्रदान करती कृष्ण की लीला
इटारसी। संसार में आने वाले प्रत्येक जन को पारिवारिक विस्तार के लिए वैवाहिक जीवन में प्रवेश करना होता है। लेकिन वैवाहिक जीवन किस प्रकार सफलता व मधुरता के साथ व्यतीत हो इस बात का सकारात्मक संदेश देती है, कर्मयोगी भगवान श्रीकृष्ण की वैवाहिक लीला। उक्त उद्गार युवा आचार्य महेन्द्र तिवारी ने नाला मोहल्ला में व्यक्त किये।
अमर ज्योति दुर्गा उत्सव समिति द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा समारोह के छटवें दिवस में व्यास मंच से कथा को विस्तार देते हुए आचार्य महेन्द्र तिवारी ने कहा कि संसार में विवाह संबंध स्थापित करना प्रत्येक जन का कर्तव्य है। लेकिन यह विवाह संबंध वर-वधु की कुण्डली के साथ ही उनके आपसी विचारों के मिलान एवं परिजनों की सहमति से ही होना चाहिए और सामाजिक धार्मिक परंपरा के अनुसार होना चाहिए, तभी वैवाहिक संबंध जीवन में सफल होता है। सफल वैवाहिक जीवन का सुन्दर उदाहरण कर्मयोगी श्रीकृष्ण की वैवाहिक लीलाओं में श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से हम सब जनमानस को प्राप्त होता है। कथा के छटवें दिवस में अनेक आध्यात्मिक प्रसंगों के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण एवं रानी रूकमणी के मंगल विवाह का भव्य आयोजन अमर ज्योति दुर्गा उत्सव समिति द्वारा किया गया। आयोजन के प्रवक्ता गिरीश पटेल ने बताया कि शनिवार को समापन दिवस की कथा सुबह साढ़े दस बजे से प्रारंभ होगी और दोपहर एक बजे से भंडारा होगा।