सैंकड़ों आदिवासियों ने निकाली रैली, दिया ज्ञापन
सैंकड़ों आदिवासियों ने निकाली रैली, दिया ज्ञापन
इटारसी। हम अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते, किसान मजदूर एकता जिंदाबाद और होश में तुमको आना होगा जैसे नारे लगाते हुए जनपद सदस्य फागराम के नेतृत्व में पांच सौ से अधिक आदिवासी रैली लेकर आज दोपहर में केसला जनपद कार्यालय परिसर में पहुंचे। यहां नायब तहसीलदार एनपी शर्मा पहले से ही मौजूद थे। आदिवासियों ने उनको दस सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सौंपा।
आदिवासियों ने बताया कि ब्लाक के आदिवासियों को खाद्यान्न कूपन होने के बावजूद राशन नहीं मिल रहा है। छोटे तालाबों से पानी लेने पर रोक लगी है, न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही है। गरीबों के पास आवास के पट्टे तक नहीं हैं, वन अधिकार के पट्टे भी नहीं मिल पा रहे हैं। उनके पास खाद्यान्न के कूपन हैं, बावजूद इसके वे राशन पाने से वंचित हैं। इसके साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन से भी सैंकड़ों आदिवासी वंचित हैं। ब्लाक में बने छोटे-छोटे तालाबों से पानी नहीं लेने दिया जा रहा है।
जनपद सदस्य फागराम ने कहा कि यहां कई गांवों में पीने के पानी तक की किल्लत है। फसल के लिए पानी लेने पर भी रोक है। केसला को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग उन्होंने अपने ज्ञापन में की है। गरीबों के पास आवास के पट्टे तक नहीं हैं, हमें पट्टे चाहिए। उन्होंने बताया कि आदिवासी मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी तक नहीं मिलती है और उनसे काम कराने के बावजूद कई दिनों तक मजदूरी नहीं दी जाती है। इन सब मांगों को लेकर एसडीएम के नाम एक ज्ञापन दिया है।
आदिवासियों को अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भी चिंता है। केसला के हाई स्कूल में कृषि विज्ञान का विषय शुरु करने की मांग सहित केसला ब्लाक के सभी स्कूलों में विषय शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग भी इन आदिवासियों ने की है। आदिवासी पुरुषों का नेतृत्व फागराम और महिला आदिवासियों का नेतृत्व तारा बरकड़े और गुलिया बाई ने किया। आदिवासियों ने गीत गाकर सरकार को चेतावनी दी। गीत में कहा कि हम जंगल के वासी, हम आदिवासी, हमसे दुश्मनी मत लेना, सरकार को सावधान करते हुए कहा कि अब हमको अपना हक चाहिए।
इनका कहना है…!
समाजवादी जन परिषद ने ज्ञापन दिया है, इसमें उनकी दस सूत्री मांगें हैं। हम इनकी इन मांगों से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगे।
एनपी शर्मा, नायब तहसीलदार
हमने अपनी मांगों को लेकर आज रैली निकाली है। रैली में कई गांवों के सैंकड़ों आदिवासी महिला-पुरुष शामिल हुए थे, मांगों पर विचार कर हल नहीं किया तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
फागराम, जनपद सदस्य
आदिवासियों ने समस्याओं के लिए ज्ञापन दिया है। जनपद से संबद्ध जितनी भी मांगें हैं, उन पर हम विचार करके सात दिन में जवाब देंगे, शेष मांगों पर प्रशासन विचार करेगा।
गनपत उईके, जनपद अध्यक्ष