- जिला स्तरीय पुरुष खिलाडिय़ों के गांधी मैदान पर कराये मैच
- मंगलवार को जिले की महिला हॉकी खिलाडिय़ों के मैच होंगे
इटारसी। भारतीय हॉकी के गौरवशाली इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। हॉकी इंडिया देश में हॉकी के राष्ट्रीय निकाय के गठन के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक भव्य और राष्ट्रव्यापी शताब्दी समारोह का आयोजन कर रही है।
7 नवंबर, 1925 को राष्ट्रीय हॉकी संस्था का गठन हुआ था, जिसने भारतीय हॉकी के स्वर्णिम युग की नींव रखी। यह उत्सव केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि देश भर के 500 से अधिक जिलों में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर 7 नवंबर को देश के हर जिले में एक पुरुष और एक महिला मैच सहित कुल 1,000 से अधिक हॉकी मैच एक साथ खेले जाएंगे। हॉकी इंडिया इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज कराने की भी तैयारी कर रही है।
खिलाडिय़ों की भागीदारी
इस वृहद आयोजन में युवा खिलाडिय़ों से लेकर वरिष्ठ और सामुदायिक टीमों के लगभग 36,000 खिलाड़ी (महिला और पुरुष समान संख्या में) भाग लेंगे, जो खेल में समावेशिता को दर्शाएगा। इसी के अंतर्गत आज गांधी मैदान पर हॉकी नर्मदापुरम के तत्वावधान में जिले के पुरुष खिलाडिय़ों के ट्रॉयल हुए हैं। हॉकी नर्मदापुरम के अध्यक्ष राजेन्द्र तोमर ने बताया कि मंगलवार को महिला टीमों के लिए गांधी मैदान पर ही ट्रॉयल किये जाएंगे।
हॉकी के दिग्गज खिलाडिय़ों का आह्वान
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व दिग्गज डॉ. दिलीप तिर्की ने कहा है कि यह समारोह युवा पीढ़ी को देश के हॉकी इतिहास और विश्व मंच पर इसके महत्वपूर्ण प्रभाव को जानने और सीखने का अवसर देगा। 1964 टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता गुरबक्स सिंह ने भी इस अवसर पर भारतीय हॉकी की स्वर्णिम विरासत को याद किया और कहा कि स्वतंत्रता के बाद 1948 में लंदन में ब्रिटेन को हराना भारतीय इतिहास के सबसे महान क्षणों में से एक था। यह शताब्दी समारोह भारतीय हॉकी के समृद्ध अतीत का सम्मान करने और उसके रोमांचक भविष्य की दिशा में नए संकल्प लेने का एक राष्ट्रीय उत्सव है।








