इटारसी। इटारसी पुलिस (Itarsi Police) ने अंर्तराज्यीय चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इस गिरोह ने 27 सितंबर को पुरानी इटारसी में एक ज्वेलर्स के यहां शटर उठाकर चोरी की थी। गिरोह के सदस्यों से इस चोरी का माल जब्त कर लिया है। अन्य सदस्य गुजरात भाग गये हैं, जिनकी तलाश में एक टीम गुजरात में है।
टीआई रामस्नेह चौहान ने बताया कि 27 सितंबर 2021 को तवा कॉलोनी पुरानी इटारसी के विमल सोनी पिता महेश सोनी उम्र 38 साल ने रिपोर्ट की थी कि अज्ञात व्यक्तियों ने 26 एवं 27 सितंबर 2021 की दरम्यानी रात को राधारानी ज्वेलर्स एनएच 69 पुरानी इटारसी की शटर को तोड़कर दुकान में रखे जेवर व नगदी रुपये कुल करीब 11,000 रुपये का चोरी करकर ले गये हैं। इनकी तलाश के लिए एक टीम का गठन किया। निरीक्षक रामस्नेह चौहान (Inspector Ramsneh Chauhan) के नेतृत्व में टीमों ने विभिन्न तकनीकि एवं गैर तकनीकि माध्यम से प्रयास कर अंकित पिता आजाद सिंह बाबरा उम्र 25 साल एवं मनु उर्फ मनोहर पिता इकबाल सिंह उम्र 35 साल दोनों जाति सिकलीकर निवासी ग्राम कालापाठा थाना काटाफोड़ जिला देवास, हीरासिंह पिता लक्ष्मण सिंह उम्र 35 साल निवासी भाईपुरा थाना भाईपुरा जिला अहमदाबाद गुजरात, धर्मेन्द्र पिता रविन्द्र कुमार दुबे उम्र 35 साल निवासी दशरथ भाई की चाल थाना अमराई बाड़ी जिला अहमदाबाद गुजरात, सतनाम उर्फ दर्शन सिंह सिकलीकर निवासी ग्राम सेंधवा जिला खरगोन की पहचान की। आरोपियों ने कार आई-20 जीजे27 बीई 2072 से इटारसी की घटना करना बताया। एक टीम उपनिरीक्षक विवेक यादव के नेतृत्व में अहमदाबाद गुजरात रवाना की तो 06 अक्टूबर 2021 को एक आई 20 कार जीजे 27 बीई 2072 सफेद रंग की घटना में प्रयुक्त किमती करीब 5,00,000 लाख रुपये को अहमदाबाद से जब्त कर बरामद की। आरोपी अंकित पिता आजाद सिंह बाबरा उम्र 25 साल एवं मनु उर्फ मनोहर पिता इकबाल सिंह उम्र 35 साल दोनों जाति सिकलिकर निवासी ग्राम कालापाठा थाना काटाफोड़ जिला देवास से चोरी गये मशरुका में से एक चांदी का सिक्का व एक जोड़ी बिछोड़ी कीमत करीब 1000 रुपये कुल मशरुका लगभग 5,00, 1000 रुपये बरामद कर आरोपियों को 7 अक्टूबर को ग्राम कालापाठा थाना काटाफोड़ से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अंकित ने 25 सितंबर 2021 को अपने साथी सतनाम सिंह उर्फ दर्शन एवं मनु उर्फ मनोहर के साथ इटारसी आकर उक्त दुकान राधारानी ज्वेलर्स की रैकी करके दूसरे दिन 26 सितंबर 2021 को अपने साथी हीरासिंह व धर्मेन्द्र को गुजरात से बुलाकर यह घटना की। अंकित ने अपने अन्य साथियों हीरासिंह, सतनाम, जनरैल सिंह निवासी गुजरात, लाखन सिंह निवासी सतवास, सतनाम सिंह निवासी सेंधवा खरगौन द्वारा विभिन्न घटनाओं की जानकारी दी। आरोपी हीरा व जनरैल सिंह का लगातार कालापाठा आते-जाते हैं। इनकी रिश्तेदारी आपस में कालापाठा, हरदा, सतवास होशंगाबाद, अशोकनगर, बड़वानी, गुजरात में है। गैंग के मुख्य सदस्य हीरासिंह एवं जनरैल सिंह दोनों निवासी गुजरात के पास 40-50 लड़को की गैंग है जो वेेष बदलकर विभिन्न राज्यों में चोरी
उक्त कार्य में विभिन्न टीमों के अधिकारी कर्मचारी उपनिरीक्षक विवेक यादव, उपनिरीक्षक देवीलाल पाटीदार, सउपनिरीक्षक संजय रघुवंशी, सउपनिरीक्षक अनिल ठाकुर, सउपनिरीक्षक मनोज दुबे, प्रआर हेमंत तिवारी, प्रआर प्रदीप चौधरी, प्रआर दिनेश उईके, प्रआर. अबरार खान, आर. सुनील चौधरी, आर. तुलसी, आर. रंजु, आर रविन्द्र, आर सुधीर, मआर पूनम चौधरी, आर. तुषार धनकर, साईबर टीम निरीक्षक फरकले, निरी प्रवीण कुमरे, आरक्षक संदीप, आर अभिषेक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
ये अपराधों की जानकारी दी
– करीब एक माह पूर्व 27 अगस्त 2021 को हरदा में जनरैल सिंह, हरदा वाले जब्बार सिहं सिकलीकर के लड़के, सतनाम उर्फ दर्शन व एक अन्य ने चोरी की थी।
– करीब एक माह पहले इंदौर जिले के खुडैल थाना क्षेत्र में जनरैल सिंह गुजरात वाला एवं उसका साला लाखनसिंह सतवारा ने बिना नंबर की इण्डिका कार से नकबजनी की थी।
– जनरैल सिंह एवं लाखन सिंह ने करीब 7-8 साल पहले मुंबई के त्रिशुल गेट क्षेत्र में नकबजनी की थी, घटना के बाद इनको रोकने के लिये मुंबई पुलिस के एक सब इंस्पेटर ने प्रयास किया था उनको फोर व्हीलर से टक्कर मारकर ये लोग भाग गये थे, जिससे पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी उस घटना में 7-8 साल से ये दोनों फरार चल रहे हैं।