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दस साल की बेटी को अकेला छोड़ गए सतीश कौशिक

निर्माता-निर्देशक, एक्टर और राइटर सतीश कौशिक अपनी पत्नी के साथ दस साल की बेटी को छोड़ गये हैं। उसे अब अपने पापा के बिना ही रहना पड़ेगा। उनकी बेटी वंशिका का जन्म 2012 में हुआ था।

इस बेटी को पाने के लिए उन्होंने काफी मशक्कत की थी। दरअसल, शादी के बाद जब उनके घर बेटा पैदा तो उसकी 2 साल की उम्र में ही मौत हो गई थी। बेटे के जाने के बाद उनकी जिंदगी बिखर कर रह गई थी। फिर 56 साल की उम्र में उन्होंने दोबारा पिता बनने का मन बनाया और सरोगेसी के जरिए वह बेटी के पिता बने थे। बता दें कि बाप-बेटी शानदार बॉन्डिंग शेयर करते थे।

सतीश कौशिक ने 1985 में शशि से शादी की थी। शादी के करीब 8-9 साल बाद यानी 1994 को उनके घर बेटे का जन्म हुआ था, जिसका नाम उन्होंने शानू रखा था। शानू जब 2 साल का था, तभी उसने दुनिया को अलविदा कह दिया था। बेटे के निधन से सतीश पूरी तरह से टूट गए थे। वह अपने आप को संभाल तक नहीं पाए। उनकी जिंदगी बस गम में ही गुजर रही थी। इस दौरान उन्होंने कुछ फिल्मों में भी काम किया। हालांकि, बेटे के जाने के 12 साल बाद उनके मन में दोबारा पिता बनने की इच्छा जागी। 56 साल की उम्र में वह सरोगेसी से एक बेटी के पिता बने। इस बेटी का नाम उन्होंने वंशिका रखा। दोनों के बीच अच्छी बॉन्डिंग थी। सतीश के इंस्टाग्राम पर बेटी के साथ उनकी कई फोटोज हैं।

करियर की शुरुआत

सतीश 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। दिल्ली से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने एनएसडी से डिग्री हासिल की। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत थिएटर से की थी। कई नाटकों में अपनी अदाकारी के बाद सतीश ने बॉलीवुड की तरफ रूख किया। उन्होंने पहले फिल्मों में एक्टिंग के साथ कॅरियर शुरू किया फिर डायरेक्शन में कदम रखा। उन्होंने 1993 में आई फिल्म रूप की रानी चोरों का राजा से डायरेक्शन की कमान संभाली थी। इसके बाद उन्होंने प्रेम, मिस्टर बेचारा, हम आपके दिल में रहते हैं, बधाई हो बधाई, तेरे नाम, क्यों कि, वादा, शादी से पहले, गैंग ऑफ घोस्ट जैसी फिल्मों का डायरेक्शन किया। उनके डायरेक्शन में बनी आखिरी फिल्म 2021 में आई थी, जिसका नाम कागज था।

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