नर्मदापुरम। शिवार्चन समिति (Shivarchan Samiti) के तत्वावधान एवं आचार्य सोमेश परसाई (Acharya Somesh Parsai) के सान्निध्य में आयोजित रुद्राभिषेक में आज शिव भक्तों को संबोधित करते हुए श्री परसाई ने कहा कि मां नर्मदा के मूर्त व अमूर्त दो स्वरूप हैं।
हम सब भाग्यशाली हैं क्योंकि हम पर जीवनदायनी मां नर्मदा (Mother Narmada) की प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष कृपा बनी हुई है, किन्तु हम सब को इनके संरक्षण हेतु प्रयास करने की आवश्यकता है, मैया को प्रदूषण मुक्ति हेतु प्रयास की आवश्यकता है। शासन प्रशासन नहीं बल्कि हमको जागृत होना पड़ेगा, तब जाकर हम प्रदूषण रहित नर्मदा मैया के संकल्प को पूर्ण कर सकते हैं।
हमको चाहिए कि हम सब मिलकर संकल्प लें कि कभी साबुन सोडा का उपयोग मां नर्मदा में नहीं करेंगे। स्टील व लोहे के सिक्के की जगह तांबे नर्मदा मैया में अर्पित करेंगे। इसके पूर्व में शिव भक्तों ने भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया।