कृषि अभियांत्रिकी में मध्यप्रदेश बना मिसाल

सुमित वर्मा भोपाल।

सुमित वर्मा भोपाल। देश में सर्वाधिक गेंहू के उत्पादन और लगातार कृषि कर्मण पुरस्कारों को जीतने वाला राज्य मध्यप्रदेश कृषि अभियांत्रिकी में भी मिसाल बन गया है। किसानों और खेती पर आधारित जीविका चलाने वालों के लिए मध्यप्रदेश की कृषि अभियांत्रिकी वरदान साबित हो रही है। नवंबर से इसमें एक और बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
नवंबर से राज्य में चार कृषि अभियांत्रिकी कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की शुरूआत होने जा रही है। भोपाल में नवंबर के पहले ही सप्ताह में कौशल विकास केंद्र का शुभारंभ और उसी दिन से अतिआधुनिक प्रशिक्षण कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इसके बाद सागर, ग्वालियर, सतना में भी नवंबर में ही कृषि अभियांत्रिकी कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र शुरू हो जाएंगे। जबलपुर में प्रदेश का पहला कृषि अभियांत्रिकी कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र 7 अक्टूबर को शुरू हो चुका है। देश की जानी-मानी ट्रेक्टर कंपनियों का सहयोग मिल रहा है। इसमें बाकायदा 45 दिनों का गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा और इसके प्रशिक्षणार्थियों को ठोस रोजगार दिलाया जाएगा।
कृषि अभियांत्रिकी विभाग के संचालक राजीव चौधरी कहते हैं कि प्रदेश कई मामलों में देश में नंबर वन है। मशीनों की मदद लेने में यहां के किसान आगे आ रहे हैं। तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को भरपूर फसल मिल रही है। प्रशिक्षण केंद्रों से भी प्रदेश को आने वाले दिनों में नए आयाम मिलेंगे। यहां के ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर होंगे तो युवाओं को अति आधुनिक प्रशिक्षण मिलेगा जिससे वे समाज और प्रदेश की सेवा और बेहतर ढंग से कर सकेंगे।

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