जो आपदा के समय हमारी जान बचाए वो आपदा मित्र

Post by: Manju Thakur

होशंगाबाद। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि अंग्रेजी की कहावत है कि जो मुसीबत में या आपदा में हमारी जान बचाए व हमारी सहायता करे वो हमारा मित्र है। उसी तरह प्राकृतिक आपदा से लोगों की जान बचाने वाला आपदा मित्र है। संकट की घड़ी में सभी मित्र एक तरफ हो जाते हैं सिर्फ आपदा मित्र ही हमारे काम आते हैं। कलेक्टर आज आपदा मित्र प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन अवसर पर जिले के विभिन्न स्थानों से आए आपदा मित्रों से रूबरू चर्चा कर रहे थे। 2 दिनी कार्यशाला में सामुदायिक स्वयं सेवकों को बाढ़ से बचाव, भूकंप के समय जान-माल की रक्षा करने आदि का प्रशिक्षण दिया है। आपदा मित्रों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि हम सब के जीवन में वो क्षण हमेशा आया होगा जब हमने कभी ना कभी छोटे-छोटे जानवरों की जान बचाई हो। आज उसको याद करते हुए हमें एक सुखद अनुभूति का अनुभव होता है। सुख का अनुभव होता है। आपदा मित्र तो आम जनता की जान बचाते हैं जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। जहां कहीं भी प्राकृतिक आपदा आएगी तो सबसे पहले आपदा मित्र ही वहां पहुंचेंगे।
जला कमांडेड होमगार्ड आरकेएस चौहान ने कार्यशाला की रूप रेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत सरकार की तरफ से निर्देश मिला था कि 29 प्रदेश को इस कार्य योजना से जोड़ा जाना हैं। होशंगाबाद मप्र का पहला ऐसा जिला है जिसे इस कार्य योजना में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि यदि हमारे पास बचाव उपकरण होंगे तो हम 2 से 4 व्यक्तियों की जान बचा सकते हैं। कार्यक्रम में आपदा मित्रों को जीवन रक्षक प्रशिक्षण, वाटर के अंदर रैस्क्यू आदि का प्रशिक्षण दिया। डिप्टी डायरेक्टर दिलीप सिंह ने बताया कि होशंगाबाद जिले का चयन बाढ़ आपदाओं को देखते हुए किया है। समापन अवसर पर डिवीजनल कमांडेड सुश्री उषा डामोर, आपदा मित्र एवं जिला होमगार्ड के सैनिक मौजूद थे।

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