ऐसे स्थान चिन्हित करें जहां बाढ़ की स्थिति भयावह होती

होशंगाबाद। नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर उमाकांत उमराव ने बाढ़ आपदा की संभागीय समीक्षा बैठक में मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग राकेश अग्रवाल को निर्देशित किया कि वे जिले के ऐसे एरिया, ग्रामों, पुल-पुलियों एवं बड़े नालों को प्राथमिकता से चिन्हित करें जहां रेन फॉल की स्थिति में बाढ़ आने की संभावना रहती है और ऐसी स्थिति में इन जगहों पर स्थिति भयावह हो सकती है।
उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से भी कहा कि वे ऐसे एरिया चिन्हित करने में अपना सहयोग प्रदान करें। कमिश्नर ने लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री एवं एसडीओ को निर्देशित किया कि वे भी ऐसे स्थान चिन्हित कर वहां बैरीकेट लगाना सुनिश्चित करें। श्री उमराव ने बताया कि वर्ष 1997 में होशंगाबाद जिले में जो बाढ़ आई थी इस बार भी कुछ ऐसी ही संभावना बन सकती है। इस बार तवा नदी की स्थिति अलग है। तवा से रेत नहीं उठी है, रेत गांव तक में फैली हुई है ऐसी स्थिति में वर्षा ऋतु में होने वाले पानी के बहाव से स्थिति कष्टप्रद हो सकती है। सभी स्थितियों से निपटने अग्रिम तैयारियां की जाए। कम्युनीकेशन प्लान तैयार किया जाए। सभी डैम एवं रास्ते चिन्हित किए जाएं जहां पर आगे जाकर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। गांव में जिन सड़कों का निर्माण हुआ है वे ऊंची बनाई हैं इससे रेन फॉल के दौरान बाढ़ का पानी घरों में जमा हो जाएगा और इससे मकान गिरने की संभावना भी बनेगी। इन सब स्थितियों को देखते हुए उन्होंने नगरपालिका अधिकारी अमरसत्य गुप्ता को निर्देश दिए कि वे जीर्ण क्षीर्ण एवं क्षतिग्रस्त घरों को चिन्हित कर लें। श्री गुप्ता ने बताया कि आदमगढ़ एवं रसूलिया में बाढ़ का पानी आने की संभावना बनी रहती है। मुख्य अभियंता श्री अग्रवाल ने बताया कि तवा के पास के कुछ गांवों में मिट्टी में कटाव भी हो रहा है। कमिश्नर श्री उमराव ने निर्देश दिए कि तवा नदी के पास ऐसे नाले जहां पानी भरने की संभावना उसे चिन्हित कर लिया जाए एवं अभी से नाली एवं नालों से कचरा हटा दिया जाए ताकि रैन फॉल की स्थिति में पानी का प्रभाव बना रहे।
मुख्य अभियंता ने बताया कि यदि लगातार 4 दिन बारिश हो तो तवा में 57 एमसी पानी भर जाता है। पुलिस महानिरीक्षक केसी जैन ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जिले के छोटे-छोटे बांधों को भी चिन्हित करें जहां वर्षाकाल में पानी भर जाता है और जो बाढ़ का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं बाढ की स्थिति आती है तो कंट्रोल रूम एवं पुलिस अधीक्षक को तत्काल इसकी सूचना मिलनी चाहिए। उन्होंने थाना स्तर पर भी बाढ़ नियंत्रण के लिए कन्ट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। कमिश्नर श्री उमराव ने कहा कि बाढ से बचाव के लिए अग्रिम तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने रस्सी, बडे टॠूब, लाईफ जैकेट, गैस किट, टॉर्च, क्रेन, जेसीबी मशीन तैयार रखने के निर्देश दिए। पुलिस महानिरीक्षक श्री जैन ने निर्देश दिए कि बाढ के दौरान कुछ एरिया ऐसे हैं जहां कटऑफ होने की संभावना है। ऐसे स्थानों पर भी पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

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