पंद्रह दिन में शहर को कोविड फ्री बनाने की तैयारी

पंद्रह दिन में शहर को कोविड फ्री बनाने की तैयारी

इटारसी।
नगर के 18 हजार घरों में होगा डोर-टू-डोर सर्वे
50 टीमें करेंगे सर्वे पंद्रह दिन तक लगातार सर्वे
संदिग्ध की जांच के लिए आएगी आआर टीम
यदि सब-कुछ ठीक चला तो प्रशासन जल्द ही शहर से कोविड-19 की विदाई कर लेगा। आगामी सात दिन तक शहर के 18 हजार घरों में 50 टीमें लगातार सर्वे करेंगी। इसके बाद अगले सात दिन दूसरी टीमें वही प्रक्रिया दोहराएंगी। इस तरह से 14 दिन का जो पीरियड होता है, उसमें सर्वे पूर्ण करके यदि कहीं कोई सर्दी, खांसी, बुखार का संदिग्ध मरीज मिलता है, उसकी जानकारी रैपिड रिस्पांस टीम को दी जाएगी। आरआरटी को लगता है कि इसमें कोरोना के कोई लक्षण हैं तो उसकी सेंपलिंग की जाएगी।
यह योजना प्रशासन ने बनायी है और उम्मीद जतायी है कि आगामी पंद्रह दिन में शहर को कोविड-19 से मुक्त कर दिया जाएगा। आज एसडीएम दफ्तर में जिला पंचायत के सीईओ और कोरोना अभियान के नोडल अधिकारी आदित्य सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस योजना की जानकारी दी और पत्रकारों के सुझाव भी प्राप्त किये। इस दौरान एसडीएम सतीश राय सहित अनेक पत्रकार मौजूद थे। श्री सिंह ने बताया कि कंटेन्मेंट जोन में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई के लिए नगर पालिका की टीम घर-घर जाकर सर्वे करेंगे और राशन कार्ड के मुताबिक लोगों को मदद की जाएगी। इसके अलावा जो लोग पात्रता की श्रेणी में नहीं आते हैं तो उनको कोविड-19 की योजना के अनुसार मदद की जाएगी। नगर पालिका, राजस्व, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर-टू-डोर सर्वे में शामिल होगी।

इस तरह किया जाएगा सर्वे
शहर के 18 हजार घर जहां संक्रमण नहीं हैं, वहां टीमें घर-घर जाकर सर्वे करेगी। एक टीम 50 घर में जाएगी और इस तरह से एक दिन में ढाई हजार घरों का सर्वे होगा। यह सात दिन चलेगा। अगले सात दिन टीमों को एक्सचेंज करके वही प्रक्रिया दोहरायी जाएगी। 14 दिन का पीरियड स्क्रीनिंग में चलेगा। किसी को सर्दी, खांसी, बुखार है तो यह सूचना आरआरटी को दी जाएगी। आरआरटी उस घर में जाएगी। यदि उनको लगता है कि संबंधित कोरोना की श्रेणी में है तो सेंपलिंग करेंगे।

कंटेन्मेंट जोन वालों को सुविधा
कंटेन्मेंट जोन के लोगों को अभी अनाज की व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही उनके लिए मसाले और अन्य आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाया जाएगा ताकि वे कंटेन्मेंट जोन से बाहर न निकलें। जहां तक सब्जी का प्रश्न है, फिलहाल जब तक केस बढ़ रहे हैं, इस पर रोक लगाना ही उचित रहेगा। आगामी दिनों में नपा के माध्यम से सब्जी का इंतजाम कराया जा सकता है। इसके लिए योजना तैयार की जा रही है। गांव से शहर के बाहर तक सब्जी बुलाकर वहां से शहर में भेजी जा सकती है।

छह टीमें हमेशा तैयार रहेगी
कंटेन्मेंट जोन की संख्या छह है और इन क्षेत्रों के लिए छह डाक्टर्स के साथ छह मेडिकल टीमें हमेशा तैयार रहेगी। यदि कंटेन्मेंट जोन से किसी के सर्दी, खांसी, बुखार आदि की सूचना आती है तो तत्काल संबंधित जोन के लिए बनायी गयी मेडिकल टीम को वहां भेजा जाएगा। इस तरह से कंटेन्मेंट जोन के लिए मेडिकल सुविधा भी प्रदान की जा जाएगी। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि जितनी जल्दी हो सके, शहर से कोरोना की चेन को तोड़कर इसे कोरोना मुक्त शहर घोषित करना है।

नर्सिंग होम पर रोक नहीं है
नोडल अधिकारी आदित्य प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया है कि नर्सिंग होम को खोलने पर कोई रोक नहीं है, जो चाहते हैं कि वे खोलें तो उनको खोलना चाहिए। यदि वे स्टाफ के आने-जाने के लिए अनुमति चाहते हैं तो अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय में आवेदन करें, यहां से उनके स्टाफ के लिए परिचय पत्र तैयार करके दिये जाएंगे ताकि उनको कहीं भी रोक न जाए। श्री सिंह ने बताया कि मजदूर भी आ रहे हैं, तो उनके स्टाफ को आने-जाने में क्या परेशानी है, हमसे परिचय पत्र बनाकर देंगे।

मेन रोड बंद नहीं की जा सकती
चर्चा के दौरान शहर के कई इलाकों में लोगों द्वारा मेन रोड बंद कर देने का मामला भी उठा। सीईओ आदित्य सिंह ने स्पष्ट किया कि मेन रोड बंद नहीं की जाना चाहिए। गलियां बंद हैं, यह ठीक है। लेकिन, उन गलियों को बंद करके वहां भी भीड़ लगाकर नहीं बैठा जा सकता। यदि ऐसा पाया गया तो फिर प्रशासन अपना काम करेगा। जो भी गलियां बंद हैं तो वहां रहने वाले लोगों को भी अपने घरों में ही रहना होगा, गलियां बंद करके किसी को भी अपनी मनमानी करने की अनुमति नहीं है।

सख्ती के नाम पर पुलिस ज्यादती न करे
इस दौरान सख्ती के नाम पर पुलिस की ज्यादती का मामला भी उठा। दरअसल, पुलिस के जवान बाजिव कारण के बावजूद कई लोगों की पीट रही है। जो लोग मनमानी कर रहे, मोहल्लों में क्रिकेट, लूडो चल रहा है, बेवजह सड़कों पर घूम रहे हैं, ऐसे लोगों की ल_ी से पूजा हो जाए तो कोई बात नहीं, लेकिन, जो राशन दुकान पर जा रहे, दवाएं लेने जा रहे, या अन्य जरूरी काम से जा रहे, ऐसे लोगों से पहले कारण पूछा जाए और संतुष्ट होने पर उनको जाने दिया जाए, बिना कारण मारना उचित नहीं।

जिला रेपिड रिस्पांस टीम गठित
कलेक्टर धनंजय सिंह ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जिला रेपिड रिस्पांस टीम एवं हेल्थ रिस्पांस टीम का गठन किया है। जिला रेपिड रिस्पॉंणस टीम एवं हेल्थ रिस्पांस टीम के अध्यक्ष मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आदित्य सिंह को बनाया गया है। उपरोक्त टीम में एडीशनल एसपी धनश्याम मालवीय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर जैसानी, सिविल सर्जन डॉ रविन्द्र गंगराड़े, एपीडिमयोलॉजिस्टि आरएस चौहान, पैथोलॉजिस्ट् डॉ. दिनेश यादव को सदस्य बनाया गया है। उपरोक्त टीम द्वारा पर्यवेक्षण एवं सेम्पल कलेक्श्न, मेडिकल जांच एवं स्क्रीनिंग, जागरूकता एवं सर्विलेंस तथा कोविड नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य संबंधी कार्यों के लिए उत्तरदायी होगी।

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