144 करोड़ की राशि से उज्जैन संभाग में 174 जल-संरचनायें होंगी निर्मित
भोपाल। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (Public Health Engineering Department) द्वारा उज्जैन संभाग (Ujjain Sambhag) के आगर-मालवा, देवास, उज्जैन, नीमच, रतलाम, मंदसौर तथा शाजापुर जिले में 174 ग्रामीण नल-जल प्रदाय योजनाओं केलिए 143 करोड़ 92 लाख 05 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार प्रकिया प्रारम्भ भी की जा रही है।
ग्रामीणजनों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण पेयजल की आपूर्ति हो और उन्हें शुद्ध पेयजल (Pure drinking water) के लिए परेशान न होना पड़े। प्रदेश की ग्रामीण आबादी को शुद्ध पेय जल उपलब्ध करवाने के लिए सरकारी प्रयास तेजी से दिए जा रहे हैं। जहाँ जलस्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण रहवासियों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा। जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्त्रोत नहीं हैं वहाँ यह निर्मित किए जायेंगे। ग्रामीण जलापूर्ति व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से अगले तीन साल (2023 तक) में लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय जल-जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल-कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए जल-संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें उज्जैन जिले की 23, देवास जिले की 67, मंदसौर जिले की 31, आगर-मालवा जिले की 06, नीमच जिले की 09, रतलाम जिले की 19 तथा शाजापुर जिले की 19 जलसंरचनायें शामिल हैं। इन जिलों के लिए नवीन योजनाओं के साथ ही विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है।