किसान संतुलित मात्रा में करें उर्वरकों का उपयोग
प्राकृतिक खेती आधारित किसान मेला आयोजित
नर्मदापुरम। सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा योजना अन्तर्गत प्राकृतिक खेती आधारित जिला स्तरीय किसान मेले का आयोजन 02 मार्च को कृषि विज्ञान केन्द्र गोविन्द नगर परिसर में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया।
किसान मेला अपर मुख्य सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मप्र शासन अशोक वर्णवाल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में संभागायुक्त श्रीमन शुक्ल, निदेशक कृषि प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान जबलपुर डॉ. एसआरके सिंग भारतीय किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शनसिंह चौधरी, संयुक्त संचालक कृषि बीएल बिलैया, उपसंचालक कृषि जेआर हेडाऊ व हजारों किसान बंधु उपस्थित रहे। मेले मे किसानों को प्राकृतिक खेती के महत्व व संभावनाएं, प्राकृतिक खेती के घटक निर्माण व उपयोग की विधी, कीट-व्याधि प्रबंधन की तकनीकी जानकारी दी गई।
प्रदर्शनी के माध्यम से प्राकृतिक खेती, उन्नत कृषि यंत्र उन्नत बीज एवं उन्नत कृषि यंत्रों व ड्रोन का प्रदर्शन किया। कृषि के नए तकनीकी आयाम पर कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि विशेषज्ञों के द्वारा जानकारी एवं मार्गदर्शन दिया, जिसका लाभ मेले में पधारे हजारों किसान बंधुओं ने प्राप्त किया। अपर मुख्य सचिव श्री वर्णवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक गांव में एक-दो युवा आगे आकर प्राकृतिक खेती के लिए गांव वालों को प्रेरित व प्रशिक्षित कर प्राकृतिक खेती को सही तरीके से क्रियान्वित करें। नरवाई में आग न लगाएं, मृदा व फसल के आधार पर संतुलित उर्वरक प्रबंधन करे व फसल विविधीकरण अपनाएं।
उपसंचालक कृषि जेआर हेडाऊ द्वारा जिले के किसानों द्वारा खेती में निरंतर अथक प्रयास से कृषि क्षेत्र मे राष्ट्रीय स्तर पर जिला नर्मदापुरम की प्रगति संबंधित जानकारी दी गई। इसके साथ ही सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा योजनान्तर्गत 03 किसानों को जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार प्रमाण पत्र व 25 -25 हजार रुपए व 13 कृषकों विकास खण्ड स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार प्रमाण पत्र व 10 – 10 हजार रुपए व सर्वोत्तम कृषक समूह पुरस्कार प्रमाण पत्र व राशि रूपये 20,000 रूपए व गौ आधारित प्राकृतिक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषकों को भी उनके प्रेरणादायी कार्य हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।