इटारसी। अग्रवाल भवन (Aggarwal Bhawan) की एक दुकान में अग्रवाल समाज (Aggarwal Samaj) के लोगों ने ताला डालकर उसे बंद कर दिया तो आज दुकानदार ने समाज के लगाये ताले तोडक़र दुकान पुन: खोल ली। दोनों पक्षों की अपनी-अपनी दलीलें हैं। अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि दुकान में असामाजिक गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद समाज ने दुकान में ताले लगाने का निर्णय लिया, जबकि दुकानदार का कहना है कि उसकी दुकान के ताले तोडक़र समाज ने अपने ताले लगाकर असामाजिक कार्य किया है। माना जा रहा है कि मामला अभी लंबा खिंचेगा, क्योंकि दोनों पक्ष आगे तक लड़ाई के मूड में हैं।
बता दें कि अग्रवाल भवन स्थित दुकान में अग्रवाल समाज की नई कार्यकारिणी ने बैठक कर निर्णय लेते हुये एक दुकान में अपने ताले लगा दिये। इस संबंध में तरुण अग्रवाल मण्डल (Tarun Aggarwal Mandal) के नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश गोयल (Suresh Goyal) ने बताया कि अग्रवाल भवन की कोने की एक दुकान में अजय अग्रवाल (Ajay Aggarwal) किराने की दुकान संचालित कर रहा है। दुकान में असामाजिक गतिविधियां होने की जानकारी समाज को लंबे समय से मिल रही थी। आज पूरी कार्यकारिणी ने दुकान को समाज के कब्जे में लेने की बात पर निर्णय लिया। दुकान में अजय अग्रवाल के तालों को तोडक़र समाज ने अपने ताले दुकान में लगा दिये। उन्होंने कहा कि अजय अग्रवाल का व्यवहार समाज के सदस्यों के प्रति ठीक नहीं है। इस दौरान समाज के सभी वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे।
इस सबंध में किराना दुकान संचालक अजय अग्रवाल का पक्ष यह है कि वे कई सालों से दुकान में काबिज हैं। किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधियां दुकान में संचालित नहीं हो रही है। समाज ने मुझे बैठक में नहीं बुलाया, ना ही मुझे कोई पत्र दिया। मेरी भरी दुकान में समाज ने अपने ताले लगाकर असामाजिक कार्य किया है।