कलेक्टर ने की जिले में वर्षा की स्थिति एवं प्रभाव की समीक्षा

Post by: Rohit Nage

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  • – अगले 24 घंटे भारी वर्षा की आशंका के दृष्टिगत अधिकारियों को सतर्क रहने के दिए निर्देश

नर्मदापुरम। आगामी 24 घंटे में भारी वर्षा की चेतावनी के दृष्टिगत सभी अधिकारी कर्मचारी सतर्क रहें। निचले इलाकों का निरंतर निरीक्षण करते रहें। आवश्यकता पडऩे पर निचले इलाकों के रहवासियों को राहत केंद्रों में भी शिफ्ट (Shift) किया जाए। राहत केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं रहे इसका विशेष ध्यान रखें। यह निर्देश कलेक्टर नीरज कुमार सिंह (Collector Neeraj Kumar Singh) ने सभी एसडीएम (SDM), तहसीलदार (Tehsildar), जनपद सीईओ (Janpad CEO), सीएमओ (CMO) एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।

शनिवार को कलेक्टर श्री सिंह ने कलेक्टरेट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए जिले में वर्षा की स्थिति एवं प्रभाव की तहसीलवार समीक्षा की। उन्होंने बारिश के कारण हुए नुकसान और प्रभावित लोगों की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए कि अतिवर्षा से प्रभावित परिवारों का सर्वे कर उन्हें आरबीसी 6(4) के तहत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि पुल पुलियों की निरंतर निगरानी करें। पुल पुलियों के ऊपर से पानी बहने के दौरान आवागमन न हो यह सुनिश्चित किया जाए। वहां चेतावनी सूचक बोर्ड भी लगाएं। उन्होंने एसडीएम नर्मदापुरम (SDM Narmadapuram) को लेंडिय़ा नाले स्थित पंप हाउस का व्यवस्थित संचालन किए जाने के निर्देश दिए।

बैठक में जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत (SS Rawat), संयुक्त कलेक्टर फरहीन खान(Farheen Khan), सिटी मजिस्ट्रेट संपदा सराफ (Sampada Saraf) डिप्टी कलेक्टर प्रमोद सिंह गुर्जर (Pramod Singh Gurjar) उपस्थित रहे। सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं अन्य संबंधित अधिकारी वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए।

जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारी

  • जिला मुख्यालय स्तर पर विभागीय आपातकालीन नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गई है। ईओसी केन्द्र 24 घंटे, सातों दिन क्रियाशील रहेगा। जिसका दूरभाष क्रमांक 07574-252153 है।
  • ईओसी केन्द्र जिले में स्थापित डीआरसी कार्यालय कलेक्टर जिला बाढ कंट्रोलरूम, पुलिस कंट्रोलरूम, बाढ़ नियंत्रण केन्द्र तवानगर/गनेरा एवं स्टेट कमांड सेंटर भोपाल से जुड़ा है। जिले में बाढ़ आपदा की सूचना प्राप्त होने पर ईओसी सक्रिय भूमिका निभायेगा ।
  • आपदा प्रबंधन के अंतर्गत विभाग द्वारा पूर्व से चिन्हित बाढ़ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में 09 आपदा राहत केन्द्र (डीआरसी) की स्थापना की गई है। डीआरसी केंद्रों पर होमगार्ड जवानों की तैनाती मय आपदा उपकरणों एवं मोटर वोट सहित की गई है।
  • जिले में चिहिन्त सिविल डिफेन्स वालिन्टियर एवं आपदा मित्र स्वयं सेवकों को उन्हीं के क्षेत्र में होमगार्ड सैनिकों की मदद हेतु तैयार किया गया है, जिनकी सूची अद्यतन कर ली गई है। आपदा मित्रों एवं सिविल डिफेन्स वालिन्टियर के सहयोग से जिले में बाढ़ आपदा राहत कार्यो के संपादन में आसानी होती है।
  • जिले में वर्षा पूर्व आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण जिला मुख्यालय पर 80 जवानों को प्रदाय किया और केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान मंगेली जबलपुर एवं कलकत्ता एवं पुणे से प्रशिक्षित जवानों को आपदा प्रबंधन कार्यों हेतु तैनात किया गया है जिससे आपदा राहत बचाव कार्य व्यवसायिक दक्षता के साथ संपादित किये जा सकें।
  • जिला नर्मदापुरम आपदा की दृष्टि से संवेदनशील होने के कारण मुख्यालय द्वारा एसडीईआरएफ इकाई की स्थापना की जाकर 40 एसडीईआरएफ जवानों की तैनाती की। है। जिला मुख्यालय पर एसडीईआरएफ के 03 रेस्क्यू दलों का गठन किया है। 20 एसडीईआरएफ जवान डीजी रिजर्व के रूप में जिला मुख्यालय पर पदस्थ है, जिनका गमनागमन डीजी के आदेशानुसार किया जायेगा।
  • जिला मुख्यालय पर होमगार्ड सैनिकों की 02 क्यूआरटी टीमों का भी गठन किया गया है जिसमें आपदा कार्यों में दक्ष जवानों को तैनात किया गया है जो जिले में आपदा की स्थिति होने पर तत्काल राहत बचाव कार्य संपादित करेगी।

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