मध्यप्रदेश में भोपाल रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले विद्युत लोको शेड, इटारसी में अत्याधुनिक तकनीक से युक्त EF 12 K मल्टी लोको नंबर 65036 एवं 65059 का कमीशनिंग कार्य किया जा रहा है।
12000 हॉर्स पॉवर की नई ताकत, भोपाल मंडल को मालवाहन में मिलेगी रफ्तार और सुरक्षा
यह अत्याधुनिक लोको 12000 हॉर्स पॉवर की क्षमता से लैस है, जो कि सामान्य लोकोमोटिव की तुलना में लगभग दोगुनी शक्ति प्रदान करता है, जो इसे और भी शक्तिशाली बनाता है। इसकी सहायता से मालवाहक गाडिय़ों का संचालन पहले की तुलना में अधिक प्रभावी और तेजी से किया जा सकेगा। वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता(कर्षण चल स्टॉक) नीरज कुमार शर्मा के अनुसार अभी तक भोपाल मंडल में इस प्रकार के दो ही लोको उपलब्ध हैं, जिनमें से एक लोको कल 11 मार्च से अपनी सेवाएं देने लगेगा और दूसरा लोको लगभग एक सप्ताह बाद कमीशनिंग होकर उपलब्ध हो जायेगा।


लोको की खास विशेषताएं
- वेस्टिब्यूल कनेक्शन : इस सुविधा के माध्यम से एक लोको से दूसरे लोको में सुगमता से प्रवेश किया जा सकेगा, जिससे लोको स्टाफ का आवागमन अधिक सरल हो जाएगा। इसके अलावा, यह सुविधा आपातकालीन परिस्थितियों में लोको स्टाफ को सुरक्षित रूप से एक लोको से दूसरे में जाने में भी सहायक होगी।
- सिग्नल एक्सचेंज लेम्प : लोको कैब के भीतर ही यह सुविधा दी गई है, जिससे लोको पायलट को बिना हाथ बाहर निकाले ही सुरक्षित रूप से सिग्नल एक्सचेंज करने में सहूलियत मिलेगी। इससे परिचालन अधिक सुरक्षित और कुशल हो सकेगा।
- वाटरलेस यूरिनल : लोको पायलटों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस अत्याधुनिक सुविधा को शामिल किया गया है।
- कैब एसी : लोको पायलट के लिए लंबी यात्राओं के दौरान आराम सुनिश्चित करने और गर्मी के मौसम में थकान को कम करने के लिए लोको में एसी की सुविधा दी गई है, जिससे कार्य के दौरान उनकी उत्पादकता बढ़ सके।
- रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम : इस प्रणाली के तहत लोको की लोकेशन और संभावित फेल्योर डाटा को रिमोटली मॉनिटर किया जा सकता है, जिससे परिचालन अधिक विश्वसनीय और कुशल हो सकेगा।
भारतीय रेलवे की बड़ी उपलब्धि
- इस लोको की ढुलाई क्षमता 12000 हॉर्स पॉवर है, जिससे यह लोको अधिक माल लदान में सक्षम है। इसकी अधिक क्षमता के कारण मालगाडिय़ों के संचालन में तेजी आएगी, जिससे यात्रा का समय कम होगा और अधिक माल एक बार में ले जाना संभव होगा। है, जिससे यह लोको अधिक माल लदान में सक्षम है। इससे भारतीय रेलवे द्वारा अधिक मालगाडिय़ों के संचालन और 3000 मीट्रिक टन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
- इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया कहा कि नवीनतम तकनीक से युक्त इन लोको के कमीशनिंग से रेलवे के माल लदान में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और इससे रेलवे की कार्यक्षमता भी बेहतर होगी। इस महत्वपूर्ण पहल से भारतीय रेलवे के राजस्व में भी वृद्धि होगी।