प्रभारी मंत्री के आने के पूर्व कांग्रेसियों को थाने में बिठा लिया जाता है…
इटारसी। कांग्रेस सेवादल और एनएसयूआई ने आज नगर की समस्याओं और मांगों को लेकर प्रभारी मंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम एमएस रघुवंशी (SDM MS Raghuvanshi) को सौंपा है। प्रभारी मंत्री का ध्यान इन समस्याओं की ओर दिलाते हुए जल्द से जल्द इनका निराकरण करने की मांग की है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस सेवादल सचिव अवध पाण्डेय और एनएसयूआई के नगर अध्यक्ष मयंक चौरे, वरिष्ठ नेता रमेश वामने, अनिल अवस्थी, अजय शुक्ला, अरविंद गोयल, अधिवक्ता संतोष गुरियानी, मयूर जायसवाल, गजेंद्र तिवारी, मयंक चौरे, नरेश चौहान, धर्मदास मिहानी, धर्मेंद्र मालवीय, दीपक धर, दयाल लालवानी, अरविंद चंद्रवंशी, गोल्डी बैस, दिलिप गोस्वामी,राहुल दुबे, दिनेश, अनूप गांचले, सोनू बकोरिया, अजय अहिरवार, कन्हैया लाल अहिरवार, नंदकिशोर शर्मा, शैलेंद्र कुशवाहा, मयूर सराठे, केशव शर्मा, संजू सैनी, नीरज केवट, शेख इमरान, लक्ष्मी नारायण साहू, अरविंद कहार, रामशंकर बिंडोले, सुधीर वर्मा, आशुतोष चौधरी, सचिन तिवारी, सुमित पाण्डेय उपस्थित थे।
ये मांगें रखी कांग्रेसियों ने
– पुरानी इटारसी स्थित सूखा सरोवर पर अनेक वर्षों से करोड़ों की लागत का जल आवर्धन योजना (water augmentation scheme) का पानी नव निर्मित विशाल पानी टंकी तक अभी नहीं आया है, जिससे टंकी खाली सूखी पड़ी है इसे पानी का भरकर पुरानी इटारसी के 9 वार्डों में जल प्रदाय
सुचारू रूप से किया जाये
– सनखेडा नाका मीठा कुआं में सांसद द्वारा स्वीकृत नलकूप खनन कार्य फैल हो गया। स्वीकृत बची राशि कहां है, इसकी जांच करायी जाए,
– सनखेड़ा नाका मीठा कुआं पर उच्च गुणवत्ता का ट्यूबवेल की स्वीकृति प्रदान की जाए
-जमानी-डोलरिया से पुरानी इटारसी आचार्य मंगल भवन नवनिर्मित रोड को एनएच 69 पर मिलाया जा रहा है, शासन द्वारा स्वीकृत की गई नक्शे की चौड़ाई के अनुरूप ही गुणवत्तापूर्ण बनाया जाए
– काका की बगिया दीवान कॉलोनी रोड से जुझारपुर इंडियन ऑयल डिपो तक एक बड़े नाले का निर्माण किया
– शासकीय अस्पतालों में हमेशा डाक्टरों की कमी रही है अत: पर्याप्त डॉक्टर हो यह सुनिश्चित आप क्या करें
– प्रभारी मंत्री जनता एवं आमजन के होते हैं, वर्तमान प्रशासन ने यह एक अघोषित नियम बना लिया है कि प्रभारी मंत्री के आने के पूर्व कांग्रेस नेताओं को थाने में रात्रि काल में ही थाने में बैठा लिया जाता है। विपक्ष जनप्रतिनिधियों को प्रभारी मंत्री से मुलाकात का समय सुनिश्चित रखना चाहिए जिससे संविधान के तहत लोकतंत्र जीवित रहे जिससे जनता की समस्या एवं जनहित मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करा सकें। जिससे शहर का लायन आर्डर बना रहे।