छह दशक पुराने किरायेदार निकालकर मकान को तोड़ा

Post by: Rohit Nage

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इटारसी। नेहरुगंज (Nehruganj) में वर्षों पुराने एक मकान को जर्जर घोषित करने के बाद आज विरोध के बावजूद मकान में रहने वालों को बाहर करके उसे ढहा दिया गया। मकान तोडऩे गये अमले को कल की तरह आज भी विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि आज अधिकारियों की टीम ने पूरी तरह से सख्ती दिखाते हुए सामान बाहर निकालकर मकान को तोडऩा प्रारंभ किया। इस दौरान मकान में रहने वाली एक युवती ने आत्महत्या का प्रयास भी किया जिसे पुलिस ने पकड़ा।उल्लेखनीय है कि इस मकान में चार किराएदार काशीराम, राम सिया, जय सिंह और कुसुम बाई 60 सालों से रह रहे थे। यह मकान मानवेंद्र पांडे का बताया जा रहा था। काफी समय से पूर्व एसडीएम (SDM) ने इसे गिराने के आदेश नगर पालिका सीएमओ को दिए थे। सीएमओ (CMO) हेमेश्वरी पटले ने बताया कि शुक्रवार को भी टीम मकान को खाली कराने पहुंची थी। लोगों के विरोध के बाद उन्हें लौटना पड़ा। आज फिर दल बल के साथ यह टीम पहुंची और यहां पर यह मकान को खाली कराकर तोड़ा गया।
एक दिन की मोहलत भी नहीं दी
यहां रह रहे चार परिवारों ने प्रशासन से एक दिन का समय मांगा, लेकिन प्रशासन ने उन्हें वक्त नहीं दिया। घर के अंदर का सामान बाहर कराया और जेसीबी (JCB) से मकान को तोड़ दिया। सीएमओ ने बताया कि मकान क्षतिग्रस्त हो चुका है, कभी भी गिर सकता है। पहले भी नोटिस दिया था और समय भी दिया था। इसके बाद भी मकान खाली नहीं किया। आज एसडीएम के आदेश के बाद मकान खाली कर तोड़ा गया। कार्रवाई करने पहुंचे अमले में एसटीएम मदन सिंह रघवंशी, तहसीलदार, राजीव कहार, सीएमओ हेमेश्वरी पटले, सब इंजीनियर आदित्य पांडेय, सब इंस्पेक्टर विवेक यादव, नायब तहसीलदार विनय प्रकाश ठाकुर सहित राजस्व, पुलिस और नगर पालिका का अमला था।

इनका कहना है…
न्यायालय एसडीएम से जीर्णशीर्ण महान को हटाने नगर पालिका सीएमओ को आदेश दिये गये थे। आज किरायदारों को मकान से निकाला गया है, कुछ की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है और कुछ ने स्वयं व्यवस्था कर ली है।
राजीव कहार, तहसीलदार
एसडीएम का आदेश था, यह जीर्ण-शीर्ण मकान है, बहुत दिनों से प्रकरण था, आज खाली कराया गया है। चार कब्जाधारी थे, इनको बाहर करके मकान तोडऩा प्रारंभ किया है।
हेमेश्वरी पटेल, सीएमओ

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