प्रायोगिक सॉफ्ट लैंडिंग करवाकर डॉ सीतासरन शर्मा ने किया स्पेस एक्जीबीशन का उद्घाटन

Post by: Rohit Nage

  • राजेश पाराशर ने लगायी भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान की सफलता को दिखाती प्रदर्शनी
  • अंतरिक्ष विज्ञान में कैरियर के लिये एसडीएम टी प्रतीक राव ने बच्चों को किया प्रेरित
  • अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान को बताया नपाध्यक्ष पंकज चौरे ने

इटारसी। तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच चंद्रयान -3 के 1 मीटर आकार का विक्रम लैंडर का मॉडल आकाश से उतरता दिखा, इसमें लगे छोटे रॉकेट जलते हुये प्रयोग की रोचकता को बढ़ा रहे थे। साउंड इफेक्ट वास्तविक रॉकेट का अहसास करा रहा था। 35 सैकंड बाद प्रायोगिक लैंडर शिवशक्ति पाइंट पर उतरा। इसके साथ ही भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता को दर्शक बच्चों तथा अतिथियों की तालियों के साथ याद किया। इस चलित मॉडल के साथ अनेक नवाचारी अंतरिक्ष मॉडल की स्पेस एक्जीबीशन का आयोजन इटारसी में वैज्ञानिक जागरूकता के लिये कार्यरत राजेश पाराशर द्वारा किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयोग के साथ इस प्रदर्शनी की शुरूआत की। इसके बाद बच्चों के साथ प्रदर्शनी अवलोकन कर उन्होंने प्रथम यात्री के चंद्रमा पर पहुंचने से लेकर भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के बारे में अपने स्वयं के अनुभवों को बच्चों को बताया। विगत एक दशक में भारतीय अंतरिक्ष सफलता को बताते हुये बच्चों को स्पेस साइंस के लिये प्रेरित किया। विशेष अतिथि इटारसी नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ने बच्चों के साथ गगनयान तथा इसरो की अन्य प्रस्तावित योजनाओं की चर्चा की।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में विशेष अतिथि इटारसी एसडीएम टी प्रतीक राव ने कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स जैसे भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में छात्राओं को जानकारी दी , इसके साथ ही स्पेस संबंधी अन्य पहलुओं के बारे में बच्चों के साथ प्रदर्शनी देखते हुये चर्चा की।

मुख्य आयोजक राजेश पाराशर ने कहा कि वर्तमान में यह कहावत सत्य सिद्ध हो रही है कि ऊपर वाला देख रहा है। आज अंतरिक्ष में स्थापित सेटेलाईट पृथ्वी की हर गतिविधि पर नजर रखते हुये बैंकिंग, संचार, मौसम विज्ञान, खनिज सर्वेक्षण, ऑनलाईन गतिविधियों में मददगार हो रहे हैं। चंद्रयान-3 की सफलता पर भारत सरकार द्वारा घोषित नेशनल स्पेस डे के अंतर्गत आयोजित इस प्रदर्शनी में इसरो के योगदान को दर्शाया गया। इसमें विभिन्न रॉकेट, आदित्य एल-1 मिशन, मौसम और संचार उपग्रह, गगनयान, व्योममित्र के मॉडल रखे गये थे। इनमें रोवर के चलित मॉडल भी चहलकदमी कर रहे थे। प्रदर्शनी की जानकारी देते हुये एमएस नरवरिया ने कहा कि प्रायोगिक रूप देकर रोचक बनाते हुये इस प्रदर्शनी का आयोजन किया। प्रदर्शनी में अनिल सिंह, अंकित नरवरिया, कैलाश पटेल ने सहभागिता की। ईश्वर सभागार में आयोजित इस प्रदर्शनी में रेनबो स्कूल, महावीर जैन स्कूल के साथ अन्य स्कूली बच्चे शामिल हुये।

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