हरदा। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल (Agriculture Development Minister Kamal Patel) ने हरदा के किसानों से अपील की है कि मूँग (Moong) की बुआई तवा नहर के कमाण्ड एरिया में ही करें। उन्होंने कहा कि 35 हजार हेक्टेयर रकबे में बुआई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निर्धारित रकबे में ही बुआई करें, इससे ज्यादा में नहीं। उन्होंने किसानों से आग्रह करते हुए अपील की है कि किसान अपनी मर्जी से बाँध के गेट को न खोलें और न बंद करें। सिंचाई में यदि कोई समस्या है, तो जिले के अधिकारियों, स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और मुझसे सम्पर्क करें।
पटेल ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को नीचे से ऊपर (टेल टू हेड) की ओर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। प्रतिदिन नहर में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे हरदा में 17 हजार 500 और टिमरनी में भी 17 हजार 500 हेक्टेयर रकबा क्षेत्र में मूँग फसल की सिंचाई की जायेगी। उन्होंने सभी किसानों से आग्रह किया कि नहर के पानी को रोक कर, बंद कर, डैम के गेट खोलकर या बंद कर कानून को अपने हाथ में न लें। कानून हाथ में लेने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
मोरन-गंजाल सिंचाई परियोजना शीघ्र शुरू करने के दिये निर्देश
कृषि मंत्री पटेल ने हरदा कलेक्टर को मोरन-गंजाल परियोजना (Moran-Ganjal Project) को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिये। उन्होंने जल-संसाधन विभाग को विस्तृत सर्वे करने के निर्देश भी दिये। श्री पटेल ने बताया कि इस परियोजना से जिले की 69 हजार 275 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इस परियोजना का लाभ 199 गाँव के किसानों को मिलेगा।
ग्राम मुहाल में किया नहर के लिये भूमि-पूजन
मंत्री पटेल ने खिरकिया ब्लॉक के ग्राम मुहाल में मंगलवार को नहर के लिये भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित नहर के निर्मित हो जाने पर 3 हजार हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा। इससे हरदा जिले को शत-प्रतिशत सिंचित रकबे वाला जिला बनाने का लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा। उन्होंने भारत-पिपल्या से छिपावड़ मार्ग निर्माण की मंजूरी भी प्रदान की।