जीआरपी ने भटके हुए नाबालिग बालकों की ट्रेन में तलाश कर मां से मिलवाया

Post by: Rohit Nage

GRP searched for stray minor children in the train and reunited them with their mothers.

इटारसी। जीआरपी थाना इटारसी की टीम ने भटके हुए दो नाबालिग बालकों की ट्रेन में तलाश कर उनकी मां को सौंपा है। उनकी मां भी इन बच्चों की तलाश में भटक रही थी। जीआरपी द्वारा क्षेत्रांतर्गत ट्रेनों में यात्रा करने वाली अकेली महिला यात्रियों, वृद्धजनों एवं नाबालिक बालक-बालिकाओं की सुरक्षापूर्वक यात्रा हेतु एमपी जीआरपी हेल्प एप का प्रचार प्रसार कर लगातार ट्रेनों में महिला संवाद एवं आपातकालीन स्थिति में sos बटन दबा कर जीआरपी कंट्रोल रूमों के माध्यम से तत्काल मदद पहुंचाने की व्यवस्था पर कार्य करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रेल भोपाल राहुल कुमार लोढ़ा (आईपीएस) द्वारा दिये जा रहे निर्देशों के पालन में थाना प्रभारी जीआरपी इटारसी निरीक्षक रामस्नेह चौहान द्वारा लगातार थाना जीआरपी स्टाफ को दिशा निर्देश दे कर अपने नेतृत्व में टीम का गठन किया जा कर लगातार चेकिंग करवायी जा रही है।

इसी तारतम्य में जीआरपी कन्ट्रोल रूम भोपाल से जरिये दूरभाष सूचना मिली थी कि ट्रेन नं.12321 हावड़ा मेल एक्सपे्रस के कोच एस-4 में नाबालिक बच्चे भटक कर आ रहे है, कि सूचना पर से तलाश हेतु एएसआई माखनलाल, प्रधान आरक्षक गंगाराम, आरक्षक सतीश मौर्य को जरिये दूरभाष पाबंद किया था। टीम ने ट्रेन आने पर भटके हुये बालकों को फोटो हुलिये के आधार पर कोच में तलाश किया जो कोच 8-4 की जगह 5-6 में मिले, जिन्हें उतार कर थाना लेकर आए। नाम पता पूछा और परिजन का मोबाइल नं लेकर बहन को सूचना दी। परिजनों के आने तक बच्चों को सुरक्षार्थ थाना में सकुशल रखकर भोजन आदि कराया गया।।

बच्चों की माता 07 नवंबर 2024 थाना आई। दोनों नाबालिग बच्चों को उनकी माता निर्मला के सुपुर्द स्वस्थ एवं सकुशल सुपुर्द कर घर ले जाने हेतु रवाना किया। उक्त कार्य में जीआरपी इटारसी से निरीक्षक रामस्नेह चौहान, उपनिरीक्षक आरएस बकोरिया, एएसआई माखनलाल, वेदप्रकाश, प्रधान आरक्षक गंगाराम, कैलाश, आर 543 सतीश, आरक्षक अमित कौशिक एवं नौशाद मलिक की सराहनीय भूमिका रही।

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