भोपाल में ड्रग्स फैक्टरी पर गुजरात एटीएस और एनसीबी का छापा

Post by: Rohit Nage

Gujarat ATS and NCB raid drugs factory in Bhopal
  • 1800 करोड़ से अधिक का प्रतिबंधित पदार्थ जब्त, दाे गिरफ्तार

भोपाल, 06 अक्टूबर (हि.स.)। गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस), मध्य प्रदेश एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) दिल्ली की टीम ने एमडी ड्रग के विरुद्ध चल रहे अभियान में अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। जांच एजेंसियों ने भोपाल के बागरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्टरी में छापामार कार्रवाई करते हुए एमडी ड्रग और इसे बनाने में उपयोग होने वाला कच्चा माल जब्त किया है। इसकी कीमत 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। जांच एजेंसियों ने यहां से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

गुजरात एटीएस के डीएसपी एसएल चौधरी ने रविवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गुजरात में पकड़े गए कुछ ड्रग्स डीलर्स से जानकारी मिली थी कि भोपाल का अमित चतुर्वेदी और नासिक-महाराष्ट्र का सान्याल प्रकाश बाने भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्टरी की आड़ में मादक पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) के अवैध निर्माण और बिक्री में शामिल हैं। इसके बाद से ही गुजरात एटीएस डेढ़ महीने से फैक्टरी पर नजर रख रही थी। जानकारी पक्की होने पर एटीएस ने दिल्ली एनसीबी से संपर्क किया। इसके बाद संयुक्त रूप से शनिवार को छापा मार कार्रवाई की गई।

इस दौरान यहां मादक दवा मेफेड्रोन (एमडी) बनाने का काम चल रहा था। इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला करीब पांच हजार किलोग्राम का कच्चा माल और उपकरण भी मिले हैं। इनमें ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर और अन्य उपकरण शामिल हैं। इन सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। फैक्टरी में तलाशी के दौरान कुल 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन (ठोस और तरल दोनों रूप में) मिला है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब 1814.18 करोड़ रुपये है।

उन्होंने बताया कि कार्रवाई के दौरान दो आरोपिताें को गिरफ्तार किया गया है। इनमें सान्याल प्रकाश बाने (उम्र 40 वर्ष) महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला है और अमित चतुर्वेदी (उम्र 57 वर्ष) भोपाल का रहने वाला है। सान्याल प्रकाश बाने को इससे पहले साल 2017 में महाराष्ट्र के अंबोली पुलिस स्टेशन इलाके में एक किलो एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में उसे पांच साल की जेल भी हुई थी। जेल से बाहर आने के बाद उसने अपने दोस्त अमित चतुर्वेदी से संपर्क किया और एमडी ड्रग्स बनाने और बेचने का प्लान बनाया। योजना के अनुसार उन्होंने सात महीने पहले भोपाल के बगरोदा गांव पास इंडस्ट्रियल एरिया में एक शेड किराए पर लिया और पिछले छह महीनों से एमडी ड्रग्स तैयार कर रहे थे। मामले का खुलासा करने के बाद गुजरात एटीएस और एनसीबी की टीम दोनों आरोपितों को लेकर गुजरात रवाना हो गई है।

गुजरात के गृहमंत्री ने दी बधाई-

गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने भारी मात्रा में ड्रग्स की बरामदगी के लिए टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘गुजरात एटीएस और दिल्ली एनसीबी की टीम काे ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में मिली बड़ी जीत पर बधाई।

हाल ही में भोपाल की फैक्टरी पर रेड डाली गई और एमडी (ड्रग्स) व उसे बनाने वाला पदार्थ बरामद किया गया, जिसकी कीमत 1814 करोड़ रुपये है। यह उपलब्धि हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के ड्रग्स की तस्करी से लड़ने में उनके अथक प्रयास को दर्शाती है। उनका प्रयास हमारे समाज की सुरक्षा और सेहत की सुरक्षा के लिए अहम है। उनका यह समर्पण सच में तारीफ के काबिल है। भारत को सुरक्षित और सेहतमंद राष्ट्र बनाने के उनके मिशन में उनका साथ देना जारी रखें।

error: Content is protected !!