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साहित्यकार श्री पटेरिया की वस्तुएं दुष्यंत संग्रहालय को भेंट
भोपाल। राजधानी के वरिष्ठ साहित्यकार, समालोचक एवं आकाशवाणी (All India Radio) के सेवानिवृत प्रसार अधिकारी मनोहर पटेरिया मधुर के निधन उपरांत उनकी हस्तलिखित कविता, वस्त्र, चश्मा आदि उनके पुत्र डॉ. सुधांशु पटेरिया ने दुष्यंत संग्रहालय (Dushyant Museum) को स्वयं जाकर साहित्यकार एवं संग्रहालय के संयोजक राजुरकर राज को भेंट किए।
उल्लेखनीय है कि श्री राजुरकर दुष्यंत कुमार की वस्तुएं यहां संग्रह कर कीर्ति शेष साहित्यकारों का पुण्य स्मरण करते हुए उनकी वस्तुएं संग्रहित कर उनकी स्मृतियां अक्षुण्य रखने का एक अहम अदभुत प्रयास किया है। यहां श्री दिनकर, भवानी प्रसाद मिश्र, श्री सुमन, श्री दुष्यंत, राजेंद्र अनुरागी आदि की कविताएं, पुस्तक उनके उपयोग की गई वस्तुएं संग्रहित की गई हैं। श्री मधुर के अनुज पंकज पटेरिया ने कहा कि श्री राजुरकर के प्रयासों से दुष्यंत संग्रहालय एक साहित्यिक तीर्थ की तरह प्रसिद्धि पा चुका है। राजधानी आने वाले छोटे बड़े सभी सभी साहित्यकार यहां आना अपना सौभाग्य मानते हैं और यहां पहुंचकर हमें दिवंगत महान साहित्यकारों की जीवंत अनुभूतियां उनकी वस्तुओं को देखकर स्पर्श कर होती है।
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