इटारसी। एनएफआईआर के महामंत्री, डॉ. एम राघवैया ने दिनांक 6 जून 2023 को रेलवे बोर्ड सचिवालय को पत्र लिखकर कहा है, कि रेलवे के चिकित्सालयों में काम करने वाले ड्रेसर्स और शल्य क्रिया सहायकों के ग्रेड पे में वद्धि का मामला पीएनएम में दिए तमाम आश्वासनों के बाद भी हल नहीं हुआ है।
इस संबंध में रेलवे बोर्ड सचिवालय (Railway Board Secretariat) का ध्यान आकृष्ट करते हुए फेडरेशन के महामंत्री डॉ. एम राघवैया ने कहा है, कि 7 वें वेतनमान में स्टाफ साइड ने केंद्र सरकार के चिकित्सालयों में काम करने वाले आपरेशन थियेटर सहायकों के इंट्री ग्रेड पे को बढ़ाने की सिफारिश की थी, जिस पर वित्त मंत्रालय ने अभी तक साफ साफ कुछ नहीं लिखा है, जो चिंता की बात है।
उन्होंने रेलवे बोर्ड सचिवालय (Railway Board Secretariat) को यह बताया है, कि भारत सरकार के अन्य विभागीय चिकित्सालयों तथा रेलवे के अस्पतालों में काम करने वाले शल्य कक्ष सहायकों के काम में बहुत अंतर होता है, उन्हें एक तराजू पर नहीं तौला जा सकता है।
रेलवे शल्य चिकित्सा सहायकों को चौबीस घंटे आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहना पड़ता है, क्योंकि रेलवे में दुर्घटना की आशंका हर समय बनी रहती है, इसके लिए रेलवे प्रशासन इनके लिए नियमित रूप से गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाता रहता है।
डॉ. राघवैया ने रेलवे बोर्ड को यह भी लिखा है, कि आपरेशन थियेटर सहायकों के इंट्री ग्रेड पे को लेवल 2 की जगह 3 किया जाए। डॉ. राघवैया ने यह कहा कि यह निराशाजनक स्थिति है, कि हम पांच वर्ष बीतने के बाद भी वित्त मंत्रालय से इस सवाल को हल नहीं करा पाए हैं, इसके लिए हमें वित्त मंत्रालय से अलग से संवाद करना होगा, इस हेतु फेडरेशन ने 19 दिसंबर 2022 को ही वित्त मंत्रालय से वार्ता करने के लिए पत्र लिखा था।
फेडरेशन ने एक बार फिर रेलवे बोर्ड से आग्रह किया है, कि वो वित्त मंत्रालय के साथ किए गए सभी पत्राचार को उपलब्ध कराए। एन एफ आई आर और रेलवे मजदूर यूनियन के महासचिव बीसी शर्मा ने बताया कि शल्य क्रिया सहायकों के सेवा शर्तों को बेहतर बनाने के लिए कृत संकल्पित है।