हेमंत कुमार के गीतों की महफिल में घंटों बंधे रहे श्रोता
– युवा नीलेश के वायलिन और नवोदित मयूरी के सेक्सोफोन ने लगाये चार चांद
इटारसी। ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा ग्रुप’ (‘Mile Sur Mera Tumhara Group’) ने पार्श्व गायक हेमंत कुमार (Playback Singer Hemant Kumar) की पुण्यतिथि पर ईश्वर रेस्टोरेंट (Ishwar Restaurant) में संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे, जिले की संगीत हस्तियां बृजमोहन दीक्षित, बृजमोहन पांडेय, राजेन्द्र दीवान माखननगर, अश्वनी दुबे, नवनीत तिवारी ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में ट्रायवल के संभाग उपायुक्त जेपी यादव, संगीतकार सज्जन लोहिया भी मौजूद रहे।
इनका किया सम्मान
कार्यक्रम में बृजमोहन पांडे, ब्रजमोहन दीक्षित, राजेंद्र दीवान माखननगर, अश्विनी दुबे जमानी, नवनीत तिवारी , युवा वायलिन वादक नीलेश टिकरिया, नवोदित सैक्सोफोन प्लेयर मयूरी राना, गायिका राशि खाड़े, वंदना चौरे, अबरार भाई के साथ ही कार्यक्रम के महत्वपूर्ण सहयोगी मेहरा समाज महासंघ के जिलाध्यक्ष डॉ. श्रीराम निवारिया और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक रोहले का सम्मान किया।
गीतों की जब शुरुआत हुई तो ईश्वर के खचाखच भरे सभागार में श्रोताओं ने पूरे ध्यान से गीत सुने और हर कलाकार का भरपूर तालियों के साथ समर्थन और सम्मान किया।
पंकज गुप्ता की गणेश वंदना के बाद पहला गीत रामाशीष पाण्डेय ने गाया ‘राह बनी खुद मंजिल’ अशोक तिवारी ने जाने वो कैसे लोग थे, पंकज गुप्ता ने चलती चली जाए जिंदगी की डगर, अनुराग दीवान ने तुम पुकार लो, विनोद पांडे ने बेकरार करके हमें, मनोज तिवारी ने चली गोरी पी से मिलन को, किशोर सीरिया एवं राशि खाड़े ने नींद न मुझको आए, चंद्रेश मालवीय ने शिवजी बिहाने चले, कुलभूषण मिश्रा ने वो शाम कुछ अजीब थी, वंदना चौरे एवं विनोद सीरिया ने याद किया दिल ने कहां हो तुम, स्पर्श नागे ने है अपना दिल तो आवारा, दीपक पवारिया ने न तुम हमें जानो, संयोजक अखिल दुबे ने ये रात ये चांदनी, रोहित नागे एवं राशि खाड़े ने ये रात ये चांदनी फिर कहां गीत प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विशेष रूप से पधारे डिप्टी कमिश्रर (Deputy Commissioner) जयप्रकाश यादव तथा चूरना रेंज (Churna Range) के रेंज ऑफिसर विनोद वर्मा ने भी विशेष प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन चंद्रेश मालवीय ने, विशेष सहयोग कृष्णा राजपूत, बसंत चौहान, कमलकांत, प्रदीप सगोरिया, धनराज खाड़े, आभार प्रदर्शन अनुराग दीवान ने किया।
नीलेश ने वायलिन, मयूरी ने सेक्सोफोन से जीता दिल
- नगर के दो ऐसे कलाकार, जिनकी प्रतिभा को शहर में कम लोगों ने देखा और जाना था, उनको प्रोत्साहन के लिए मिले सुर मेरा तुम्हारा ग्रुप ने विशेष तौर से सम्मानित किया। दोनों कलाकार युवा वायलिन (Violin) वादक नीलेश टिकारिया ने जब तान छेड़ी तो हॉल में पिन ड्रॉप साइलेंस था। वायलिन की स्वर लहरियों में श्रोता गोते लगाते रहे। मयूरी राणा ने जब सेक्सोफोन (Saxophone) बजाया तो देर तक तालियां बजी। नन्हीं कलाकार की इस प्रस्तुति ने इस मिथक को तोड़ा कि सेक्सोफोन केवल पुरुषों के वश की बात है। उनकी प्रस्तुति में श्रोताओं ने भविष्य का कलाकार देखा।