अटल बिहारी वाजपेयी के साथ काम किया, कई किस्से हैं मशहूर
उज्जैन। मध्यप्रदेश के सीनियर भाजपा नेता बाबूलाल जैन (Senior BJP leader Babulal Jain) का निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनकर प्रदेश में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अनेक दिग्गज नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री रहे 84 वर्षीय बाबूलाल जैन का निधन हो गया। शनिवार शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी अंतिम यात्रा उज्जैन स्थित उनके निवास से चक्रतीर्थ मुक्तिधाम जाएगी।
8 साल कैबिनेट मंत्री रहे
बाबूलाल जैन प्रदेश भाजपा के ऐसे एक मात्र नेता थे, जो आठ साल तक किसी न किसी पद पर रहे और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्ज रहा। फरवरी 2008 में उन्हें साम्य निर्धन वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। जुलाई 2011 में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष बने। दोनों ही पदों पर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला था। देवास और उज्जैन जिले से सात चुनाव लड़ चुके हैं। तीन बार चुनाव जीते। मंत्री भी रहे। भाजपा के मार्गदर्शक व डैडी के नाम से जाने जाते थे। वे योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
अटलजी वाला किस्सा
बाबूलाल जैन के बारे में एक किस्सा मशहूर है। बताया जाता है कि 972 में जब अटलजी आए थे, तब हुकुमचंद कछवाया के यहां भोजन करने गए थे। तब वे जनसंघ के नगर मंत्री थे। भोजन परोस रहे थे, तभी अटलजी भोजन कर रहे साथियों से कह रहे थे कि उज्जैन उत्तर से किसे प्रत्याशी बनाया जाए। यह बात अटलजी ने बाबूलाल जैन से कही, चुनाव लड़ोगे। तो जैन ने कहा सामने मुख्यमंत्री हैं। अटलजी बोले, तो क्या हुआ। मैंने कहा जैसा आप तय करेंगे, वो करूंगा। अगले ही दिन उन्हें प्रत्याशी के रूप में घोषित कर दिया गया। कांग्रेस से प्रत्याशी रहे तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाशचंद्र सेठी 15119 मतों से हार गए। जैन का दूसरा किस्सा भी मशहूर है कि वे चुनाव प्रचार में लगे माइक वाले को एक चुनाव का पैसा दूसर चुनाव में देते थे। माधव कालेज के पास दुकान से 15 साइकिल किराए पर लेकर प्रचार करने जाते थे।