इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी के राष्ट्रीय कैडेट कोर ने विश्व रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में रक्तदान जागरूकता विषय पर व्याख्यान एवं रैली का आयोजन किया।
इस अवसर पर शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय इटारसी के ब्लड बैंक से लैब टेक्नीशियन मोहन सोलंकी आमंत्रित थे। उन्होंने अपने व्याख्यान में रक्तदान का महत्व, रक्तदान के फायदे, रक्तदान की आवश्यकता और रक्तदान से संबंधित भ्रांतियां और गलतफहमियों पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि रक्तदान से पूर्व रक्तदाता को ब्लड स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना पड़ता है जिससे अगर उसे एचआईवी, हेपेटाइटिस बी एंड सी, सिफीलिस या मलेरिया बीमारी है तो वह रक्तदान नहीं कर सकता है। उन्होंने बताया कि चार प्रकार के ब्लड ग्रुप होते हैं A, B, AB और O जिसमें पॉजिटिव ओर नेगेटिव इस प्रकार से आठ प्रकार के ब्लड ग्रुप बनते हैं। O पॉजिटिव यूनिवर्सल डोनर होता है और AB यूनिवर्सल रिसीवर जो किसी से भी रक्त ले सकता है। एक बार में 350 ml रक्त लिया जाता है उसे 36 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने बताया कि रक्त हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अवयव है, रक्त की बूंदें कैसे बनती हैं, क्या स्ट्रक्चर है इनका काम क्या है। उन्होंने कहा कि हीमोग्लोबिन हमारे रक्त का महत्वपूर्ण अवयव है। हीमोग्लोबिन का स्तर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने पर एनीमिया नामक स्थिति हो सकती है, जिसके लक्षण थकान, कमजोरी और सांस लेने में कठिनाई हैं। इसलिए अपनी डाइट में काले चने, चुकंदर, गाजर, और रसीले फलों को शामिल करें। अंत में उन्होंने महाविद्यालय के स्टाफ एवं एनसीसी के कैडेट्स को रक्तदान के लिए आह्नान किया चूंकि रक्तदान किसी के बेहतर स्वास्थ्य और जीवन देता है उससे हमें खुशी और आनंद प्राप्त होता है। रक्तदान करते समय सावधानी रखें की सिरिंज नई हो। ज्योतिषी के अनुसार ब्लड डोनेशन से ग्रह शांति मिलती है, आदि बातें अपने व्याख्यान में कही।
कार्यक्रम के उपरांत एनसीसी के कैडेट्स ने शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए महाविद्यालय के प्रांगण तक रक्तदान जागरूकता रैली निकाली गई जिसमें रक्तदान जीवनदान, रक्तदान महादान के नारे के साथ आमजन को रक्तदान करने का संदेश दिया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता, एनसीसी आफिसर डॉ मनीष चौरे, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ रश्मि तिवारी, डॉ. ओपी शर्मा, डॉ दिनेश कुमार, कार्तिक पटेल एवं एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे।