इटारसी। मप्र में मानसून की दस्तक 20 जून तक हो सकती है। केरल में प्री-मानसून की बारिश प्रारंभ हो चुकी है। चंद घंटों में इसके केरल में सक्रिय होने की संभावना मौसम विज्ञान विभाग जता रहा है। मप्र के कई जिलों में बूंदाबांदी और बौछारों का दौर तो अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में आए तूफानों की वजह से हो ही रही है। ऐसे में 20 जून तक मानसून आने की संभावना मौसम विभाग जता रहा है। मौसम विभाग (Weather Department) की मानें तो मानसून अंडमान निकोबार द्वीप समूह के आसपास पहुंच चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा कि केरल में बारिश में वृद्धि हुई है और दक्षिण अरब सागर के निचले स्तरों में पछुआ हवाएं चल रही हैं। सैटेलाइट से मिली तस्वीरों से पता चलता है कि केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादल छाए हुए हैं।
इन राज्यों में इन तारीख में आ सकता है मानसून
महराष्ट्र और तेलंगाना 11 जून, पश्चिम बंगाल 12 जून, ओडिशा 13 जून, झारखंड 14 जून, बिहार और छत्तीसगढ़ 16 जून, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में 20 जून तथा उत्तर प्रदेश में 23 जून, गुजरात 26 जून, दिल्ली और हरियाणा 27 जून, पंजाब 28 जून, राजस्थान 29 जून।
मप्र में बारिश की स्थिति
पिछले चौबीस घंटों में भोपाल संभाग के कुछ स्थानों के अलावा होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, शहडोल, सागर एवं जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई है। होशंगाबाद के सिवनी मालवा में भी बारिश दर्ज की गई। आगामी चौबीस घंटों में होशंगाबाद, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में तथा रीवा, सतना, दमोह, सागर एवं छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें पडऩे तथा गरज-चमक केस ाथ बिजली चमकने, बिजली गिरने और 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।