मध्‍य प्रदेश में मानसून की रफ्तार पड़ी धीमी, 17 जिलों में बूंदाबांदी की संभावना

Post by: Rohit Nage

Monsoon slowed down in Madhya Pradesh, possibility of drizzle in 17 districts today
  • – 5 अक्टूबर के बाद मानसून की विदाई का अनुमान

भोपाल, 1 अक्‍टूबर (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश में अब मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गयी है। बारिश का अब कोई भी स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस वजह से अगले 5 दिन प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि आज मंगलवार को इंदौर, उज्जैन समेत 17 जिलों में गरज-चमक और बूंदाबांदी होने के आसार हैं। उधर, मानसून भी 5 अक्टूबर के बाद प्रदेश से विदाई लेने लगेगा। ग्वालियर-चंबल में सबसे पहले इसकी विदाई का अनुमान है।

मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अब तक 44.1 इंच बारिश हो चुकी है, जो मानसून के सामान्य कोटे 37.3 इंच के मुकाबले 18 प्रतिशत अधिक है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर, रायसेन, सीहोर, शाजापुर, देवास, उज्जैन, इंदौर, खरगोन, बड़वानी, धार, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर में गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना जताई है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत बाकी जिलों में तेज धूप खिली रहेगी। इससे गर्मी और उमस का असर बढ़ा रहेगा।

इससे पहले सोमवार को प्रदेश के धार, नर्मदापुरम, खजुराहो, रीवा, सिवनी में हल्की बारिश हुई। वहीं, कई जिलों में तेज धूप खिली रही। बारिश की वजह से प्रदेश के डैम और तालाब फिर छलक उठे हैं। सोमवार को भोपाल के भदभदा और कलियासोत डैम के 1-1 गेट खोल दिए गए। कोलार और केरवा डैम में भी पानी बढ़ा। इस साल मानसूनी बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। यहां 60.6 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। सिवनी में 56.8 इंच पानी गिरा है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में भोपाल, सागर, अलीराजपुर, डिंडौरी और छिंदवाड़ा भी शामिल हैं।

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