संगीत के साथ समाज और प्रकृति की सेवा भी करेंगी मातृशक्ति

Post by: Rohit Nage

इटारसी। संगीत की सेवा के साथ ही इटारसी सांस्कृतिक मंच से जुड़ी महिलाएं समाज और प्रकृति की सेवा भी करना चाहती हैं, उन्होंने अपना अभियान प्रारंभ कर दिया है। जरूरतमंदों को कपड़े, पर्यावरण सुधार जैसे कार्यों में भी योगदान देने का विचार भी है।

आज यहां नालंदा स्कूल के सभागार में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये इटारसी सांस्कृतिक मंच की सदस्यों ने मीडिया को अपनी संगीत सेवा से अवगत कराया और समाज सेवा की आगामी योजना भी बतायी। मंच की श्रीमती अर्चना शुक्ला ने बताया कि स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के जन्मदिन से उनका गु्रप प्रारंभ हुआ और संगीत के कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित कीं। श्रीमती अनिता राठौड़ ने कहा कि जीवन की आपाधापी में से कुछ पल निकालकर इस म्यूजिक थैरेपी के जरिये तनाव दूर हो जाता है। श्रीमती उमा शुक्ला ने कहा हमारा ग्रुप संगीत के जरिए न सिर्फ थकान और तनाव दूर कर लेता है, बल्कि अब समाजसेवा का भी विचार है।

मंच की दीप्ति शुक्ला ने कहा, हम शासकीय सेवा कार्य के बाद संगीत की सेवा के साथ समाजसेवा भी करना चाहते हैं। भारती चौकसे ने कहा कि वे पहले आकाशवाणी सिंगर रही हैं, लेकिन परिवार से वक्त निकालना मुश्किल होता था, तो इस क्षेत्र से दूरी हो गयी थी। अब पुन: वक्त निकालकर संगीत के जरिये थकान और तनाव दूर कर लेते हैं। बता दें कि ग्रुप में कोई शासकीय, कोई प्रायवेट स्कूलों में शिक्षक हैं, कोई सरकारी सेवा में अधिकारी तो कई गृहणियां भी हैं। सब मंच साझा करके संगीत की सेवा कर रही हैं।

इस अवसर पर पूर्व सैनिक परिवार से राधिका राणा के साथ ही संगीता शर्मा, निक्की सोखी, संगीता पटेल, सुषमा पांडेय, रंजीता जुनेजा, ज्योति नायक, अंकिता श्रीवास्तव, लिलि राय चौधरी, बीना तिवारी, ऋतु तिवारी, लता पांडे और सोनम अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे।

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