संस्था के सदस्य बने घराती और बाराती
इटारसी। शनिवार को मुस्कान(Muskan)संस्था ऐसे विवाह की साक्षी बनी जिसने न केवल दो परिवारों को जोड़ा, बल्कि दो व्यक्तियो के जीवन का अकेलापन भी दूर कर दिया। दरअसल मुस्कान संस्था के सहयोग से गायत्री परिवार (Gayatri Parivar)द्वारा आयोजित 9 कुंडीय महायज्ञ में एक विधवा महिला एवं विदुर पुरुष का पुनर्विवाह (Remarriage)संपन्न कराया गया है। इस पुनर्विवाह में मुस्कान संस्था के संचालक मनीष ठाकुर (Manish Thakur)सहित सदस्य वर एवं वधु पक्ष की तरफ से घराती और बाराती बने हैं।
मुस्कान संस्था के संचालक मनीष ठाकुर ने बताया कि विवाह में वर न्यास कॉलोनी (Nyas Colony)निवासी कमल किशोर विश्वकर्मा (Kamal Kishore Vishwakarma)हैं, जिनकी पत्नी का देहावसान 7 वर्ष पूर्व हो गया था। इसी प्रकार वधु, नसरुल्लागंज (Nasrullaganj) निवासी संगीता विश्वकर्मा(Sangeeta Vishwakarma)के पति का भी 5 वर्ष पूर्व देहांत हो गया था। कमल और संगीता के परिवार आपस में मिले और दोनों का पुनर्विवाह कराने को राजी हो गए। वर पक्ष को जानकारी लगी कि मुस्कान संस्था में गायत्री परिवार द्वारा महायज्ञ कराया जा रहा है तब उन्होंने गायत्री पद्धति से अपना विवाह कराने का प्रस्ताव मनीष ठाकुर के समक्ष रखा। मनीष ठाकुर के प्रयासों से गायत्री परिवार भी दो परिवारों को मिलाने के इस शुभ कार्य के लिए राजी हो गया। फिर क्या था, शनिवार सुबह कमल और संगीता अपने परिवार के साथ यज्ञ स्थल पर पहुंचे।
यहां गायत्री पद्धति से विधि विधान के साथ दोनों का पुनर्विवाह कार्यक्रम संपन्न कराया गया। नव दंपत्ति को गायत्री परिवार के सभी सदस्यों ने सफल वैवाहिक जीवन कि शुभकामनायें दी। वहीं नवदंपत्ति ने मुस्कान संस्था के संचालक मनीष ठाकुर एवं उनके सभी सहयोगी सदस्यों के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर गायत्री परिवार के ट्रस्टी केके गुप्ता (KK Gupta), गायत्री शाखा पथरौटा प्रभारी गौरीशंकर रावत (Gaurishankar Rawat), अरविंद कसोटिया (Arvind Kasotia), शरद वर्मा (Sharad Verma), प्रभाकर राव (Prabhakar Rao), चंद्रशेखर राजपूत (Chandrasekhar Rajput), चंद्रकांत सोनी (Chandrakant Soni), शशि राजपूत (Shashi Rajput), मुस्कान संस्था से ऋतु राजपूत (Ritu Rajput), प्रीति शर्मा (Preeti Sharma), रूद्रांश ठाकुर (Rudransh Thakur)सहित बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।