नर्मदापुरम पवित्र नगर घोषित है, तो 1 करोड़ की लागत से नगर सीमा के अंदर मीट मार्केट क्यों

Rohit Nage

Narmadapuram is declared a holy city, then why a meat market inside the city limits at a cost of Rs 1 crore?

इटारसी। संत और हिन्दू समाज की धार्मिक आस्थाओं पर नगर पालिका नर्मदापुरम के द्वारा आधात किया जा रहा। विश्व हिन्दू परिषद मध्यभारत प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी ने बताया कि पूरे जिले को स्मरण है, 16 फरवरी 2024 को नर्मदा जयंती के पावन पर्व पर जिले के चारों विधायक एवं पूज्य संतों तथा लाखों नर्मदा मैया के भक्तों के समक्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनता की धार्मिक आस्थाओं के अनुसार नर्मदापुरम नगर को पवित्र नगर घोषित किया था।

पवित्र नगरों की सीमाओं में मांस और शराब की बिक्री शासन द्वारा प्रतिबंधित है। फिर क्यों नगरपालिका अधिकारी नगर सीमा के अन्दर मीट मार्केट के लिये जमीन का चयन कर रही है। विश्व हिन्दू परिषद ने सांसद दर्शन सिंह चौधरी एवं विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, कलेक्टर से धर्म हित में आग्रह किया है, कि विषय की गंभीरता एवं जन भावनाओं के सम्मान में तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर मीट मार्केट का स्थान परिवर्तन कराया जाये। अन्यथा संत समाज, विश्व हिन्दू परिषद एवं नर्मदा भक्तों को शासन के इस नीति के विरोध आन्दोलन करने को विवश होना पड़ेगा।

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