एमजीएम कॉलेज में भारतीय संविधान दिवस पर संविधान की शपथ दिलाई

एमजीएम कॉलेज में भारतीय संविधान दिवस पर संविधान की शपथ दिलाई

इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय (Government Mahatma Gandhi Memorial Post Graduate College) के प्रांगण में आज विद्यार्थियों और स्टाफ को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलायी। राजनीति शास्त्र की विभागाध्यक्ष श्रीमती सुशीला वरवड़े (Smt. Sushila Varwade) ने मंच पर डॉ भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) के विचारों पर प्रकाश डाला।

प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता (Principal Dr. Rakesh Mehta) ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संविधान भारत का सर्वोच्च प्रधान है, जो संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को अंगीकृत हुआ एवं 26 जनवरी 1950 को भारत में प्रभाव में आया। हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। यह सबसे लंबा लिखित संविधान है। सभी को आज के दिन भारतीय संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना (उद्देश्यका) की शपथ दिलाई एवं जिसमें संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ने धार्मिक सांस्कृतिक और सभी वर्गों का समानता पर बल देते हुए इसका निर्माण किया जिससे सभी सामाजिक कुरीतियां दूर हो सके।

भारतीय संविधान को पूर्ण तैयार करने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था। भारतीय संविधान की संरचना में एक उद्देशिका, लगभग 470 अनुच्छेद से युक्त, 25 भाग, 12 अनुसूचियां हैं। अब तक 127 समिति संविधान संशोधन विधेयक संसद में ले गए हैं, जिनमें से 105 संविधान संशोधन विधेयक पारित होकर संविधान संशोधन का रूप लिए हैं। भारत में संप्रभुता, समाजवाद, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, शक्ति विभाजन सभी भारत की प्रस्तावना में देखने को मिलती है।

अंत में समस्त छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ के अधिकारियों एवं कर्मचारियों दृढ़ संकल्प लिया है कि हमें अपने संविधान को सुरक्षित एवं उसकी हिफाजत करना हमारा प्रत्येक नागरिकों का दायित्व ही नहीं बल्कि परम कर्तव्य है। इस अवसर पर एनसीसी के 100 विद्यार्थी एनएसएस की 50 राजनीति विज्ञान के 200 लगभग 500 छात्राओं ने शपथ ग्रहण और इसके साथ-साथ वाद विवाद एवं निबंध प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने भाग लिया है। संचालन डॉ. दुर्गेश कुमार लसगरिया (Dr. Durgesh Kumar Lasgaria) एवं आभार योगेश गौर (Yogesh Gaur) ने किया।

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AUTHORRohit

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