नर्मदापुरम। ए-हेल्प (A-Help) की पशु सखियां अब ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों की आय बढ़ाने वृद्धि में मदद करेगी। जिसके लिए माखननगर (Makhannagar) में पशु सखियों का 17 दिवसीय प्रशिक्षण बुधवार को समाप्त हो गया है। डेयरी उद्योग (Dairy Industry) को बढ़ावा देने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के 26 स्व सहायता समूहों की पशु सखियों को प्रशिक्षण देकर पशुपालकों की आय में वृद्धि करने के तरीके विधिवत रूप से सिखाए गए।
मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (Madhya Pradesh State Rural Livelihood Mission) के जिला प्रबंधक एवं प्रशिक्षण समन्वयक आदित्य शर्मा (Aditya Sharma)ने बताया ग्रामों में पशुपालन से संबंधित प्रबंधन एवं डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत नर्मदापुरम (Narmadapuram), बैतूल (Betul) एवं हरदा (Harda) के स्व सहायता समूह की दीदियों को प्रशिक्षण दिया। इसके माध्यम से ग्रामीण अंचल में गांव की दीदी पशुओं की देखभाल और उनके स्वास्थ्य एवं आवास प्रबंधन का कार्य पशुपालन विभाग की मदद से करेंगी जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पशु हानि कम होगी और पशुपालकों की आय में भी वृद्धि हो सकेगी।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत ने भी दीदियों को मार्गदर्शन दिया है। प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक डॉ. ज्योति जैन, डॉ. प्रवेश भारद्वाज, डॉ. डीएस नरवरिया एवं डॉ. ज्योति नवादे द्वारा पशुओं की नस्ल, कृत्रिम गर्भाधान, डी वार्मिंग, टीकाकरण, राशन बैलेंस प्रोग्राम, ईयर टैगिंग, पशुपालन से संबंधित शासन की योजनाएं, पारंपरिक पशु चिकित्सा पद्धतियां, पशु पोषण एवं आहार प्रबंधन, प्रजनन प्रबंधन, पशुओं में होने वाली बीमारी एवं उनका रोकथाम, गौआधारित खाद, प्रबंधन डेयरी प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया।