एचयूआईडी कानून पर रोक लगाने सराफा एसोसिएशन ने दिया ज्ञापन
Association gave memorandum to ban HUID Act

एचयूआईडी कानून पर रोक लगाने सराफा एसोसिएशन ने दिया ज्ञापन

इटारसी। सराफा एसोसिएशन (sarafa Association) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और केन्द्रीय उपभोक्ता मंत्री पीयूष गोयल (Union Consumer Minister Piyush Goyal) के नाम एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मदन सिंह रघुवंशी (Sub Divisional Officer Revenue Madan Singh Raghuvanshi) को सौंपकर सराफा व्यापारियों व कारीगरों के लिए लागू एचयूआईडी कानून पर रोक लगाने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा है कि सराफा व्यापार इतिहास के सबसे विकट व्यावसायिक संकट झेल रहा है। भारत के प्रत्येक सराफा व्यापारी ने हॉलमार्क कानून का समर्थन किया है। सरकार व बीआईएस के अधिकारियों द्वारा एचयूआईडी के संदर्भ में पिछले दिनों व्यापारिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित मीटिंग में आश्वासन दिया था कि हम एचयूआइडी को अभी लागू नहीं करने जा रहे हैं। उसके बावजूद व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर विश्वासघात करने जैसा कार्य किया है। सरकार की मंशा सिर्फ क्वालिटी कंट्रोल करने की है तो एचयूआईडी के माध्यम से अधिरिक्त बाध्यता क्यों लागू की जा रही है। देश की 80 फीसद जनता गांव में रहती है और ग्रामीण सराफा व्यापारी व स्वर्णकार पोर्टल पर सॉफ्टवेयर नहीं चला सकते हैं जिनको ध्यान में रखकर नीति निर्धारण होना चाहिए।

पूरे देश के ज्वेलरी ट्रेड (Jewelry trade) को  हॉलमार्क स्वीकार है, पर हॉलमार्क करने हेतु जो पोर्टल व सॉफ्टवेयर बीआईएस ने तैयार किया है जिसमें जेवर लोड करने के बाद जेवर हॉलमार्क होगा इस ट्रेड का छोटा और मध्यमवर्गीय व्यापारी इसमें सक्षम नहीं है। संगठन ने मांग की है कि इसमें मैन्युअल व्यवस्था भी लागू रहना चाहिए। दोनों व्यवस्था पोर्टल और मैन्युअल से भी हॉलमार्क हो। इसी तरह एक मांग यह है कि एचयूआईडी लागू होने के बाद हॉलमार्क होने में बहुत अधिक समय लगेगा जिससे जो व्यापारी देश के अन्य हिस्सों से दिल्ली, मुंबई, राजकोट, कोयंबटूर, अहमदाबाद आदि महानगरों से ज्वेलरी लेने जाता है, एक दिन की जगह दो से तीन दिन उसको महानगरों में रुकना पड़ेगा जिससे व्यापारी परेशान होगा और समय की बर्बादी होगी।
सराफा एसोसिएशन ने सात सूत्री मांग पर विचार करके कहा है कि सरकार विरोधी तत्वों व नौकरशाहों की मानसिकता व षड्यंत्र को समझते हुए सराफा व्यापारियों एवं जनहित में निर्णय लेते हुए इस कानून को शीघ्र रोका जाए एवं सराफा जगत की व्यावसायिक स्वतंत्रता को गुलाम बनाने का कार्य नहीं किया जाए। इस अवसर पर यज्ञदत्त गौर, सुधीर गोठी, संतोष सोनी, बेनीशंकर शर्मा, दिनेश गोठी, बबलू शर्मा, गुड्डू अलंकार सोनी, सुधीर गुप्ता, सुनील मालवीय, विष्णु सोनी, पप्पू खंडेलवाल, पंकज जैन, अर्जुन भोला, शंकर रसाल, रितेश सोनी सहित एसोसिएशन के अनेक सदस्य उपस्थित थे।

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