सुधीर चौधरी कौन हैं, इनकी शिक्षा, करियर, विवाद, पुरस्कार, सैलरी के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी
सुधीर चौधरी जानकारी (Sudhir Chaudhary Info)
पूरा नाम | सुधीर चौधरी |
व्यवसाय | पत्रकार/समाचार एंकर और संपादक |
जन्म तिथि | 7 जून 1974 |
जन्म स्थान | सोंधड़, होडल, (हरियाणा) |
पत्नी का नाम | नीति चौधरी |
शिक्षा | कला स्नातक, पत्रकारिता में डिप्लोमा |
कॉलेज | इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, विश्वविद्यालय नई दिल्ली |
धर्म | हिन्दू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
सुधीर चौधरी की शिक्षा (Education Of Sudhir Chaudhary)
सुधीर बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे थे। वह अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में अक्सर वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने मे ज्यादा रूचि रखते थे। इन्होने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की हैं। ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद, इन्होने इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली पत्रकारिता में डिप्लोमा हासिल किया हैं।
पत्रकारिता में आने से पहले यह एक सिविल सेवक बनना चाहते थे और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी की पर वह परीक्षा पास नहीं कर सके।
सुधीर चौधरी करियर (Sudhir Chaudhary Career)
सुधीर ने अपनी पत्रकारिता की शुरुआत साल 1993 में भारतीय न्यूज़ चैनल Zee News के पत्रकार के रूप में की तब Zee News शुरू ही हुआ था। सुधीर ने Zee News के लिए कारगिल जैसे बड़े युद्ध की खबरों को कवर किया हैं लेकिन साल 2003 में सुधीर चौधरी ने न्यूज़ चैनल Zee News से इस्तीफा दे दिया, और हिंदी न्यूज़ चैनल सहारा में जुड़ गए।
लेकिन कुछ दिनों मे ही सुधीन ने यहाँ से भी इस्तीफा दे दिया और भारतीय न्यूज़ चैनल INDIA TV से जुड़ गए, और कुछ समय तक INDIA TV के लिए काम करने के बाद वर्ष 2012 में फिर दुबारा न्यूज़ चैनल Zee News के साथ जुड़ गए और Prime Time Show DNA / Daily News And Analysis होस्ट करने लगे। यह शो तब से लेकर अब तक सुधीर चौधरी ही होस्ट कर रहे हैं जिसके चलते सुधीर चौधरी Zee News के मुख्य बन गए थे।
सुधीर चौधरी के विवाद (Sudhir Chaudhary Controversy)
वर्ष 2012 में, समीर अहलूवालिया के साथ सुधीर चौधरी पर कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल ने आरोप लगाया हैं कि उन्होंने कोलगेट के साथ जिंदल समूह को जोड़ने वाली कहानियों को छोड़ने के प्रस्ताव के बदले में उनकी कंपनी से ₹100 करोड़ रूपये के विज्ञापनों को निकालने की कोशिश की थी।
19 दिसंबर 2016 को, सुधीर चौधरी, ज़ी न्यूज़ पश्चिम बंगाल के संवाददाता और कैमरा पर्सन तन्मय मुखर्जी के साथ पुलिस ने धूलागढ़ दंगों के लिए मामला दर्ज किया था। तीनों के खिलाफ IPC की धारा 153A (जाति, धर्म, पंथ, भाषा या जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत गैर-जमानती आरोप दर्ज किया था।
2016 में नए 2000 नोट के बारे में फर्जी खबर प्रकाशित करने लिए वह एक विवाद में फंस गए थे। सुधीर ने न्यूज में कहा, कि 2000 रुपये का नोट एक माइक्रो नैनो जीपीएस चिप के साथ आता हैं जिससे मुद्रा की सटीक स्थिति का पता लगाया जा सकता हैं।
मई 2020 में, केरल में CPI के अखिल भारतीय युवा संघ के राज्य संयुक्त सचिव ने केरल के कोझी कोड कसाबा पुलिस स्टेशन में IPC की गैर-जमानती धारा 295A के तहत चौधरी के खिलाफ आरोप दर्ज किया हैं।
11 मार्च 2020 को Zee News पर प्रसारित अपने कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं का आरोप लगाते हुए कथित तौर पर जिहाद फ्लो-चार्ट के जरिए देश के मुसलमानों को निशाना बनाया।
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सुधीर चौधरी को जेल (Sudhir Chaudhary Jailed)
वर्ष 2012 में कांग्रेस के सांसद नवीन जिंदल ने सुधीर चौधरी पर घोटाले का आरोप लगाया था। जिसके लिए सुधीर चौधरी को 14 दिनों के लिए जुडिशल कस्टडी में भी रखा गया था। इनके बाद में जिंदल ग्रुप की तरफ से इस केस को बंद करने की पेशकश हुई और ये मुकदमा बंद कर दिया।
सुधीर चौधरी की सैलरी (Sudhir Chaudhary Salary)
एक वरिष्ठ संपादक सुधीर चौधरी की कुल संपत्ति लगभग 37 करोड़ रूपये से भी ज्यादा है। सुधीर चौधरी की सैलरी के रूप में 25 लाख प्रतिमाह थी।
सुधीर चौधरी के पुरस्कार (Sudhir Chaudhary Awards)
सुधीर चौधरी को 2013 मे हिंदी प्रसारण श्रेणी में पत्रकारिता में उत्कृष्टता कार्य के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार दिया गया था।
सुधीर चौधरी के रोचक तथ्य (Interesting Facts of Sudhir Chaudhary)
- सुधीर चौधरी न्यूज़ चैनल के चीफ एडिटर हेड थे जहां पर यह डेली रिपोर्ट और डीएनए होस्ट करते थे ।
- सुधीर को न्यूज़ टेलीविज़न इंडस्ट्री मे 20 साल से अधिक समय हो चुका हैं इन्होने कई अलग अलग न्यूज चैनल मे काम किया हैं।
- इनके जीवन में कई उतर चढ़ाव भी आये लेकिन ये एक अच्छी सोच के व्यक्ति हैं जिसके चलते इन्होने सभी समस्याओं सामना किया।
- इनका करियर 1993 में शुरू हुआ जिसके कुछ दिन बाद ही इन्होने कारगिल लड़ाई और पार्लियामेंट अटैक की स्टोरी को पूरा कवर किया था।
- वर्ष 2003 में इन्होने ज़ी न्यूज़ को छोड कर सहारा समय को ज्वाइन किया और बाद में कई और न्यूज़ चैनल में काम किया।
- वर्ष 2012 में दोबारा से ज़ी न्यूज़ से जुड गये।
- 2012 में कांग्रेस सांसद द्वारा इनपर आरोप लगाया गया की ये उनका पैसा हड़पना चाहते थे।