इटारसी। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत ‘स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता’ लॉन्च की गई है, जिसका उद्देश्य प्रदेश में स्वच्छता एवं उससे जुड़े विषयों पर जागरूकता लाना और आमजन को इस अभियान से जोड़ना है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नर्मदापुरम सोजान सिंह रावत ने बताया कि मध्य प्रदेश में कचरा प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए एक राज्य स्तरीय रील्स प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं, रचनाकर्मियों, और विद्यार्थियों को कचरा प्रबंधन से संबंधित विचारों और समाधानों को साझा करने के लिए प्रेरित करना है। मध्यप्रदेश में स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागी सुरक्षित अपशिष्ट निपटान से संबंधित वीडियो बनाकर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन कर सकते हैं।
मध्यप्रदेश में स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता के विवरण
- थीम : कचरा नहीं, यह कंचन है इसे अलग-अलग करें और पैसा कमाएं
- फॉर्मेट : 30 से 45 सैकंड तक का एचडी फॉर्मेट में रील्स (पोट्रेट फोर्मेट)
- भाषा : सरल हिंदी, स्थानीय भाषा
- विषय : प्रदेश के विभिन्न गांव के लिए वेस्ट मैनेजमेंट पर रील्स बनाना, जिन मुख्य विषय गीला सूखा कचरा को अलग-अलग रखना, कचरे के दोबारा उपयोग और खुले में कचरा नहीं फैंकना शामिल है।
उक्त थीम एवं विषय पर आधारित रील्स को यूट्यूब एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं आधिकारिक स्वच्छ भारत वेबसाईट या पोर्टल जैसे प्लेटफार्म पर अपलोड करना होगा। वीडियो रील शेयर करने के लिए अपने वीडियो को Facebook / Youtube / instagram पर शेयर करें और उसके Link को mp.mygov.in पर सबमिट करें।
मध्यप्रदेश में स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता के पुरस्कार
- प्रथम पुरस्कार 2 लाख रुपये
- द्वितीय पुरस्कार 1 लाख रुपये
- तृतीय पुरस्कार 50 हजार रुपये
- सांत्वना पुरस्कार (2) 25 हजार रुपये प्रत्येक
प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए
- मध्य प्रदेश के सभी नागरिक भाग ले सकते हैं
- प्रतियोगिता के नियमों का पालन करना आवश्यक है
- प्रविष्टियां सिर्फ ऑनलाइन ही स्वीकार की जाएंगी
इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी क्रिएटिविटी को उड़ान दें और अपने गांवों को स्वच्छ, स्वस्थ और सुंदर बनाने की दिशा में अपनी रील्स के माध्यम से प्रस्तुत करें!