इटारसी। रेलवे स्टेशन की लिफ्ट में मृत मिले सलमान की मौत कई सवाल छोड़ गई है। रेलवे के सू़त्रों का कहना है कि लिफ्ट टूटी नहीं है, यदि टूटी भी होती तो चोट पैरों में आती, आंख और सिर में दोनों तरफ चोट आना संदेह उत्पन्न कर रहा है। यही कारण है, कि जांच अभी कितनी नतीजे पर नहीं पहुंची है। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। और लिफ्ट टूटने की संभावना पर भी जांच चल रही है। फिलहाल जांच जारी है और कई सवाल निरूत्तर हैं।
लिफ्ट में युवक की मौत कई सवाल छोड़ गई है। मृतक को अवैध वेंडर (illegal vendor) बताया जा रहा है। यदि युवक अवैध वेंडर है तो सवाल आरपीएफ की भूमिका पर भी उठता है और यह बताता है कि रेलवे स्टेशन पर अवैध वेंडरिंग जारी है। मृतक वेंडरिंग में लिप्त था, यह तय है। क्योंकि इस घटना से पूर्व भी उसके साथ एक घटना हो चुकी थी, जब बंगलिया में वह खाना बेचने के दौरान चलती ट्रेन से उतरते वक्त ट्रेन की चपेट में आ गया था और उसका एक पैर कट गया था। माना जा रहा है कि वह अवैध वेंडरिंग में लिप्त था। हालांकि वह वर्तमान में वैध वेंडर था या नहीं इस विषय में भी अभी रेलवे के आला अधिकारी कुछ कहने से बच रहे हैं। यदि वह अवैध वेंडर था तो जांच की दिशा आरपीएफ की भूमिका पर भी घूमना चाहिए। पिछले कई दिनों से इटारसी रेलवे स्टेशन (Itarsi Railway Station) पुनः अवैध वेंडरिंग की दिशा में चल पड़ा है और इसमंे इटारसी आरपीएफ की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
कौन है ये योगेश
सूत्र बताते हैं कि योगेश साहबों के लिए वसूली करता है। आखिर ये योगेश कौन है, जो अवैध वेंडरों से वसूली करता है। पिछले दो प्रकरणों से आरपीएफ (RPF) की इमेज प्रभावित हुई है, बावजूद इसके आरपीएफ के अधिकारी इमेज सुधारने की जगह कुछ इस तरह के कदम उठा रहे हैं, जो सवालों के घेरे में आ रहे हैं। बहरहाल, हम यह नहीं कर रहे हैं कि आरपीएफ की या किसी रेल अधिकारी की गलती है। लेकिन, सवाल उठ रहे हैं तो इसके जवाब भी होंगे। आखिर शहर के एक युवा की मौत का मामला है। मौत कैसे हुई, इसके पीछे का राज क्या है, जिस वक्त युवक लिफ्ट में गया था, वहां लिफ्ट मैन मौजूद था कि नहीं, यदि था तो वह काफी मदद कर सकता है, नहीं था तो उसकी भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। तीसरी आंख इसमें बड़ी मदद कर सकती है।