इटारसी। नर्मदा नदी (Narmada River) के जलस्तर में बढ़ोतरी करने वाले तीनों बांध (Dam) के गेट खुले हैं। हालांकि जितना पानी छोड़ा जा रहा है, उससे नर्मदा के जलस्तर में बहुत अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना नहीं है।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में हो रही वर्षा से बांधों में पानी बढ़ रहा है, जबकि बांध की निर्धारित जलक्षमता पूर्ण हो चुकी है, ऐसे में जरा सी भी बारिश होती है तो बांध के गेट खोलकर पानी छोडऩा ही पड़ता है।
इन बांधों के गेट खुले
नर्मदापुरम जिले (Narmadapuram District) का महत्वपूर्ण और हरित क्रांति (Green Revolution) का जनक तवा बांध (Tawa Dam) के तीन गेट चार फीट तक खुले हैं जिनसे 21312 क्यूसेक पानी तवा नदी में छोड़ा जा रहा है। बरगी बांध (Bargi Dam) के 13 गेट खुले हैं जिनमें 7 गेट दो मीटर, दो गेट डेढ़ मीटर, दो गेट एक मीटर और दो गेट आधा मीटर तक खोलकर कुल 3083 क्यूसेक (Cusack) पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह से बारना बांध (Barna Dam) के चार गेट डेढ़ मीटर तक खोलकर 17800 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा बांध का जलस्तर 1166.20 फीट, बरगी का 422.70 मीटर और बारना का 348.60 मीटर है।
अब तक हुई वर्षा
नर्मदापुरम जिले की विभिन्न तहसीलों में पिछले चौबीस घंटे में सभी जगह बारिश हुई है। सबसे अधिक वर्षा 68.4 मिलीमीटर डोलरिया में दर्ज की गई है। इसके अलावा सिवनी मालवा में 67 मिमी, पिपरिया में 65 मिमी, सोहागपुर में 49.6 मिमी, इटारसी में 48.2 मिमी, नर्मदापुरम में 35.6 मिमी, माखननगर में 34 मिमी, बनखेड़ी में 24.6 और सबसे कम पचमढ़ी में 19.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले में अब तक 1787.5 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है, जबकि जिले की सामान्य औसत वर्षा 1307.5 मिमी है।