इटारसी। सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति (Gross Grains Pulses Oilseeds Traders Federation Committee) के आह्वान पर इन दिनों मंडियों में हड़ताल चल रही है। व्यापारी अनाज की कोई खरीदी नहीं कर रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे व्यापारियों के निर्णय से कुछ छोटे व्यापारियों को परेशानी हो रही है, अत: आज मंडी प्रबंधन (Mandi Management) ने इटारसी (Itarsi) में व्यापारियों को बुलाकर हड़ताल खत्म करने को कहा, लेकिन प्रदेश स्तरीय समिति के निर्णय से बंधे व्यापारियों ने स्पष्ट मना कर दिया कि जब तक उच्च स्तर से कोई नतीजा नहीं आता, हड़ताल जारी रहेगी।
बैठक में अक्कू ओसवाल, अनिल राठी, सांसद प्रतिनिधि शैलेष ओसवाल (MP representative Shailesh Oswal), कमल मित्तल, अशोक शर्मा, गोपाल अग्रवाल, अजय खन्ना, अजय भगवानदास मालवीय सहित अन्य व्यापारी शामिल हुए। सांसद प्रतिनिधि शैलेष ओसवाल ने बताया कि बैठक बेनतीजा रही। कल व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री (Chief Minister) से मिलने जाएगा, वहां से कोई निर्णय होने के उपरांत ही यदि मांगें मानी गयीं तो हड़ताल खत्म हो सकती है। फिलहाल तो हड़ताल जारी है। मंडी प्रशासन को व्यापारियों ने अपना पक्ष बता दिया है।
ये हैं व्यापारियों की मांगें
- वाणिज्यिक संव्यवहार की पृथक अनुज्ञप्ति व्यवस्था एवं निर्धारित फीस 25 हजार रुपए की वृद्धि समाप्त कर पूर्व फीस 5 हजार रुपए बहाल की जाए।
- मंडी समितियों को धारा 17 (2)(चौदह) एवं 30 में प्रदत्त अधिकार/शक्तियां यथावत रखी जाएं।
- लेखा सत्यापन/पुन: लेखा सत्यापन कार्यवाही समाप्त की जाये।
- कृषक खरीदी प्रतिभूति बढ़ाने के दबाव पर रोक लगायी जाये।
- विक्रेता की जोखिम पेटे नवीन प्रतिभूमि जमा कराये जाने पर जमा पुरानी प्रतिभूति एक निर्धारित अवधि में वापस की जाना सुनिश्चित कराया जाए।
- धारा 23 अंतर्गत गाडिय़ों को रोकने की शक्ति प्रावधान की परिधि के बाहर जाकर मंडी बोर्ड कार्यालय स्तर से गठित किये जाने वाले जांच दलों पर रोक लगायी जाये।