– इक्वीनॉक्स (Equinox) की खगोलीय घटना कल
– 20 मार्च को नहीं होते हैं दिन और रात बराबर
इटारसी। इस साल के लिये सूर्य कल 20 मार्च को ठीक पूर्व दिशा (ईस्ट) में उदित होकर ठीक पश्चिम दिशा (वेस्ट) में ही अस्त होगा।
पृथ्वी के अपने अक्ष पर साढ़े तेईस डिग्री झुके रहकर सूर्य की परिक्रमा करते रहने के कारण 20 मार्च को सूर्य की किरणें पृथ्वी की भूमध्य रेखा के ठीक लम्बवत होगी। इस कारण 2022 के लिये यह इक्वीनॉक्स की प्रथम खगोलीय घटना होगी। यह जानकारी नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू (National Award winning science broadcaster Sarika Gharu) ने बताई।
सारिका ने बताया कि आमतौर पर सूरज के उगने की दिशा का एक ही उत्तर दिया जाता है कि वह पूर्व से उदित होता है और पश्चिम में अस्त होता है। लेकिन यह आम कथन साल में सिर्फ दो ही दिन के लिये पूरी तरह सटीक होता है। उनमें से साल का पहला दिन कल है। यह घटना आमतौर पर 20 या 21 मार्च को होती है। इसके बाद 23 सितंबर को यह घटना होगी।
सारिका ने बताया कि कुछ भ्रांतियां यह है कि आज दिन और रात बराबर होते हैं, जबकि दिन और रात बराबर होने की घटना इक्वानॉक्स के कुछ दिन पहले या बाद में होती है। इसे इक्वीलक्स कहते हैं। और यह उस स्थान के अक्षांश के अनुसार बदलती है।
उज्जैन/भोपाल/नर्मदापुरम में इस साल दिन और रात 15 मार्च को बराबर थे। कल 20 मार्च 2022 तो दिन की अवधि 12 घंटे 6 मिनट रहेगी। तो आज सचमुच में पूर्व से उगते और पश्चिम में डूबते सूर्य को देखिये और मनाईये इक्वीनॉक्स।