महिला कार्यकर्ताओं की प्रेरणा से बढ़ा वैक्सीनेशन
भोपाल। कोविड 19 टीकाकरण (Covid 19 Vaccination) कार्यक्रम के अंतर्गत 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगवाने के लिए भोपाल जिले में एक अनूठी पहल की गई है। आशा कार्यकर्ता (Aasha Karyakarta) एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (Aganwadhi worker) घर-घर जाकर निर्धारित उम्र के लोगों को पीले चावल देकर टीकाकरण स्थल पर आने का न्योता दे रही हैं। जिला प्रशासन के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, नगर निगम, पंचायत एवं राजस्व विभाग के अमले द्वारा संयुक्त रूप से लोगों को समझाइश देकर प्रेरित किए जाने से वैक्सीनेशन (Vaccination) की संख्या निरन्तर बढ़ रही है। इस दौरान उनके द्वारा टीके लगवाने के लाभ संबंधी जानकारी एवं भ्रांतियों को दूर किया जा रहा है। प्रत्येक आशा कार्यकर्ता हर दिन कम से कम 10 घरों में लोगों से सम्पर्क करती हैं।
आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 749 नया बसेरा की आशा कार्यकर्ता वंदना धबड़े ने बताया कि हम सभी आशा कार्यकर्ता पिछले एक साल से निरंतर कोविड में ड्यूटी कर रही हैं। सर्वे कार्य हो अथवा कांटेक्ट ट्रेसिंग, सभी कार्य हमने अपने लोगों के बीच और अपनों की सुरक्षा के लिए किया है। आज इस वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन के रूप में कारगर हथियार मिला है। इसलिये वैक्सीन मेरे क्षेत्र के सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुँचाना मेरी जिम्मेदारी है। हम सभी आशा कार्यकर्ता अपनी आंगनवाड़ी बहनों के साथ घर-घर जाकर लोगों को समझाइश दे रही हैं, साथ ही सांकेतिक रूप से पीले चावल देकर उन्हें नजदीकी टीकाकरण केन्द्र पर टीका लगवाने का न्योता दे रही हैं। ये टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है। हमने ये टीका स्वयं लगवाया है इसलिये हम स्वयं का उदाहरण देकर लोगों को इससे सुरक्षित होने और टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। साथ ही हितग्राहियों को ऑनलाइन पंजीकरण करवाने में भी मदद की जा रही है।
इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग की गोविंदपुरा परियोजना की आंगनवाड़ी केन्द्र 525 की कार्यकर्ता सुश्री माया सेन, सेक्टर सुभाष नगर केन्द्र क्रमांक 844 की सुश्री राशिदा बेगम ने बताया कि पहले वैक्सीन के प्रति लोगों के मन में तरह-तरह की शंकायें थीं। हमारे द्वारा उदाहरण देकर एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के सहयोग से उन शंकाओं को दूर किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में धर्मगुरूओं एवं स्थानीय लोगों का सहयोग लेकर टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
ग्राम मुंडला की आशा कार्यकर्ता सुश्री द्रोपदी वर्मा बताती हैं कि पीले चावल देना शुभ और कल्याणकारी माना जाता है। कोरोना वैक्सीन भी हम सबके कल्याण के लिए है, इसलिए सांकेतिक रूप से पीले चावल देकर हितग्राहियों को प्रेरित करने की शुरूआत की गई है। मेरे ग्राम में 178 लोगों को यह टीका लगवाया जा चुका है। ग्राम निपानिया सुखा की आशा कार्यकर्ता संध्या प्रजापति के प्रयासों से गाँव के 93 प्रतिशत लक्षित हितग्राहियों को टीका लग चुका है।
भोपाल जिले में 1192 आशा कार्यकर्ता क्रियाशील हैं। कार्यकर्ताओं द्वारा प्रेरित किये जा रहे लोगों में टीकाकरण के प्रति सकारात्मक बदलाव आ रहा है। वर्तमान में औसतन 10 हजार ऐसे लोग प्रतिदिन टीकाकरण के लिए आ रहे हैं जिनको इन कार्यकर्ताओं द्वारा पीले चावल देकर वैक्सीन लगवाने के लिए आमंत्रित किया गया है। प्रतिदिन इनकी वैक्सीनेशन की संख्या में वृद्धि भी हो रही है। आम लोगों के टीकाकरण हेतु विगत एक माह से संचालित इस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं द्वारा वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवाने के लिए पुन: घर-घर भेंट की जा रही है। सभी कार्यकर्ताओं द्वारा टीका लगवाने के बाद भी मास्क के निरंतर उपयोग, सामाजिक दूरी बनाये रखने एवं स्वच्छता के नियमों का पालन किये जाते रहने की समझाइश दी जा रही है।