इटारसी। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में एक बार फिर मानसून की तरह वर्षा का दौर चल रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे मानसून लौट आया हो। शीतकाल में बारिश ने न सिर्फ ठंड बढ़ाई है, बल्कि लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी है। लगातार बारिश से लोग अपने जरूरी काम भी नहीं कर पा रहे हैं।
आज शुक्रवार को आधी रात से लगातार बारिश हो रही है, जो अब भी रुक-रुककर जारी है। पिछले चौबीस घंटे का मौसम देखें तो सबसे अधिक वर्षा जिले के सिवनी मालवा (Seoni Malwa) तहसील में दर्ज की गई है जबकि सबसे कम वर्षा डोलरिया (Dolariya) में हुई।
जिले में वर्षा की जानकारी
नर्मदापुरम 10.5 मिमी, सिवनी मालवा 37.5 मिमी, इटारसी 14.6 मिमी, माखन नगर 14.0 मिमी, सोहागपुर 30.0 मिमी. पिपरिया 13.4 मिमी, बनखेड़ी 18.2 मिमी, पचमढ़ी 22.6 मिमी और डोलरिया 8.3 मिमी दर्ज की गई।
मध्यप्रदेश के जिलों में वर्षा
नरसिंहपुर 36.0 मिमी, पचमढ़ी 22.6, खंडवा 21.0, सीधी 20.8, बैतूल 18.0, दमोह 17.0, जबलपुर 14.8, गुना 14.8, नर्मदापुरम 10.5, टीकमगढ़ 9.0, सतना 7.7, नौगांव 7.2, खजुराहो 6.8, उमरिया 6.8, रीवा 5.4, शिवपुरी 5.0, रतलाम 5.0, भोपाल 4.8, सागर 1.2, रायसेन 0.2, ग्वालियर 0.1, इंदौर 0.1 मिमी दर्ज की गई।
अभी जारी रहेगा बारिश का दौर
मौसम जानकारों के अनुसार अभी बारिश का दौर जारी रहेगा। रात में ओस और सुबह कोहरे का मौसम होने के साथ ही बारिश भी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के लगभग तीन दर्जन जिलों में गरज चमक के साथ बारिश के आसार हैं। जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम के संभाग के जिलों के साथ, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, बुरहानपुर, खंडवा जिले में गरज चमक के साथ बारिश होगी।
केसला में ओलावृष्टि से नुकसान

इटारसी तहसील अंतर्गत आदिवासी ब्लॉक केसला से जुड़े पंचायत डांडीवाड़ा के ग्राम बारदा में आंधी, ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। गेहूं, चना के साथ ही फलदार वृक्ष महुआ और आम के पेड़ गिरे हैं। ग्रामीण परेशान हैं और छोटे-छोटे बच्चे भी बड़ी मुश्किल से रात दिन गुजर रहे हैं। पेड़ गिरने से रास्ता भी बंद है। ग्रामीण राधे सेलुकर, अनोखीलाल यादव, सोहनलाल चौहान, राघीलाल सेलुकर, कमल सेलुकर, राघुराज सेलूकर ने बताया कि ग्रामीण परेशान हैं और अभी तक कोई अधिकारी पीड़ा जानने नहीं पहुंचे हैं।