इटारसी। भारत सरकार की संस्था भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद देहरादून के तत्वावधान में मप्र वन विभाग के कार्मिकों के लिए वन कार्बन भंडारण आकलन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम यहां साईं कृष्णा रिसॉर्ट में आयोजित किया गया। प्रथम दिन प्रशिक्षणार्थियों को क्लासरूम प्रशिक्षण के साथ ही वन में मापन की विधि से अवगत कराया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मप्र वन विभाग के 52 कार्मिकों ने भाग लिया है।
भारतीय वानिकी अनुसंधान विकास परियोजना राज्यों में कार्बन मापन एवं अनुश्रवण प्रणाली के विकास हेतु तकनीकि सहयोग प्रदान कर रही है। मप्र एवं छत्तीसगढ़ के परियोजना के अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्रों का वन कार्बन भंडारण का आकलन किया है तथा वन कर्मियों का वन कार्बन भंडारण मापन हेतु क्षमता का विकास भी किया गया है। कार्यशाला में बताया गया कि उचित वन प्रबंधन से वनों द्वारा अवशोषित कार्बन डाईऑक्साइड का सही मापन के पश्चात अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कार्बन मूल्य भी प्राप्त किया जा सकता है। देहरादूर से आए सलाहकार बीआरएस रावत ने सुदूर संवेदन तथा भू सूचना प्रणाली का वन कार्बन मापन में उपयोग पर प्रकाश डाला। वैज्ञानिक संजय सिंह तथा डॉ. मोहम्मद शाहिद ने विभिन्न कार्बन घटकों तथा उनके मापन की विधि से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया। राज्य संयोजक डॉ.एसके शर्मा ने कार्यक्रम का संयोजन किया। प्रशिक्षण में मप्र के जबलपुर, ग्वालियर, सागर, शिवपुरी, सतना, बालाघाट, बैतूल, सिवनी, रायसेन, होशंगाबाद, सीहोर, धार, झाबुआ, बड़वानी, औबेदुल्लागंज, पन्ना, सेंधवा आदि से प्रतिभागी शामिल हुए।
इस अवसर पर इटारसी की रेंज ऑफिसर श्रीमती आशु सोनी सहित बंदा के अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यशाला : कार्बन मापन का तकनीकि पहलू सिखाया

For Feedback - info[@]narmadanchal.com
Advertisement
