इटारसी। गांधी मैदान पर खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा जिला हॉकी संघ के तत्वावधान में चल रहे ग्रीष्मकालीन हॉकी प्रशिक्षण शिविर में नन्हें खिलाड़ी इस खेल में दक्ष होने के लिए सीनियर्स के मार्गदर्शन में जुटे हुए हैं। हॉकी के कोच इस खेल के अलग-अलग पॉजिशन की जानकारी और खेल में चपलता सिखा रहे हैं।
भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी का जादू, इटारसी शहर में आज भी सिर चढ़कर बोलता है। हॉकी की नर्सरी कहलाने वाली इस नगरी में गांधी स्टेडियम के धूल भरे मैदान में अभ्यास करके खिलाड़ी नेशनल और इंटरनेशनल मैदानों तक पहुंचे हैं। इन दिनों यहां चल रहे समर कैंप में बच्चे अपने कोच कन्हैया गुरयानी, मनीष कोलते और नितिन राज से हॉकी के गुर सीख रहे हैं। बच्चों को स्टॉपिंग, हिटिंग, ड्रव्हलिंग के साथ ही एक्सरसाइज भी करायी जा रही है। कोच कन्हैया गुरयानी का कहना है कि समर कंैप में बच्चों की रुचि इस खेल के प्रति जागृत की जाती है। कैंप में सात वर्ष की उम्र से 16 वर्ष आयु तक के करीब साठ बच्चे हैं। इन बच्चों को गांधी मैदान पर अभ्यास के अलावा सप्ताह में एक या दो दिन होशंगाबाद भी ले जाया जाता है जहां एस्ट्रोटर्फ के मैदान पर भी ये अभ्यास करते हैं।